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वाराणसी। अखिल विश्व गायत्री परिवार वाराणसी एवं गायत्री पीठ शांतिकुंज हरिद्वार के सौजन्य से काशी में चार दिवसीय ध्यान साधना, एवं प्रज्ञा योग संग विश्व कल्याण के लिए 108 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ में मंगलवार को हजारों साधक जुटे। मुख्य यजमान रिटायर्ड जज पीएम सिंह, विश्व हिंदू परिषद के प्रांत (सह प्रचार) प्रमुख डॉ.लोकनाथ पांडेय ने मुख्य वेदी, बाबा की चरण पादुका आदि का पूजन कर महायज्ञ का शुभारंभ किया। कार्यक्रम के संयोजक घनश्याम जी एवं जनार्दन पांडेय ने बताया कि युग ऋषि पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य एवं वंदनीय माता भगवती देवी शर्मा के सूक्ष्म संरक्षण तथा ऋषि परंपरा के पुनर्जागरण, दुष्प्रविति उन्मूलन तथा विश्व कल्याण के निमित्त उक्त आयोजन किया गया है। इस दौरान मंगलवार को विश्व में आतंकवाद ,उग्रवाद के समूल नाश तथा सनातन संस्कृति के उत्थान एवं विश्व शांति, सभी के कल्याण के लिए हजारों साधकों ने महायज्ञ में आहुति अर्पित की।

इसके पूर्व 24 मार्च सोमवार को यूपी कॉलेज से भव्य कलश यात्रा निकाली गई जो यज्ञ स्थल तक गई। कलश यात्रा में हजारों श्रद्धालु शामिल हुए। इस कार्यक्रम की सबसे खास बात यह रही की पूजन करने की संपूर्ण विधि और मुख्य आचार्य का काम पुरुषों की जगह गायत्री परिवार से जुड़ी विद्वान बहनों ने संभाल रखा था और उनके मुख से निकले वेद वाणी  ब्रह्म वाक्य और साक्षात सरस्वती का एहसास करा रहे थे। साधक परिवार के तमाम लोग भक्तों की सेवा में जुटे दिखे। इस दौरान गायत्री परिवार की महान साधक पूज्य शेफाली पंड्या के देखरेख में साधक संध्या तिवारी व अन्य आचार्य बहनों ने वेद मंत्रों की ऋचाओं से पूरे पंडाल को दिव्य अध्यात्म से अभिसिंचित कर दिया। नवग्रह , सप्तर्षि तथा देव पूजन से यज्ञ आहुतियों की शुरुआत हुई। इस दौरान आदिशक्ति गायत्री, युग शक्ति गायत्री के साथ भजन , कीर्तन आरती एवं प्रसाद वितरण का कार्यक्रम चला।

इसके पूर्व  25 मार्च की सुबह 6 बजे से ध्यान साधना एवं प्रज्ञा योग के अलावा सुबह 9:00 बजे से देव पूजन गायत्री महायज्ञ एवं अनेक संस्कार संपन्न हुए। दोपहर 12:00 बजे से संघटनात्मक गोष्टी तथा 5:00 बजे से जागो और स्वयं को पहचानो विषय पर परिचर्चा संगीत एवं प्रवचन इत्यादि संपन्न हुए। कार्यक्रम के संयोजक जनार्दन पांडेय, घनश्याम जी ने बताया कि तीसरे दिन 26 मार्च बुधवार को सुबह 6 बजे ध्यान, साधना एवं प्रज्ञा योग चलेगा। प्रातः 9 बजे से संस्कार परंपरा के तहत गायत्री महायज्ञ एवं विभिन्न संस्कार आदि संपन्न होंगे। इसी दिन समय 5 से राष्ट्र समर्थ एवं सशक्त कैसे बने (सप्त आंदोलन) जैसे अनेक विषयों पर पर चर्चा चलेगी। इस दौरान संगीत, प्रवचन, दीप महायज्ञ एवं नशा निवारण संकल्प भी कराया जाएगा।

 चतुर्थ और अंतिम दिन एक बार पुनः ध्यान ,साधना एवं प्रज्ञा योग का कार्यक्रम सुबह 6 बजे से चलेगा। सुबह 9 बजे से युग तीर्थ शांतिकुंज , गायत्री महायज्ञ एवं विभिन्न संस्कार की पूर्णाहुति दी जाएगी। इस दौरान पूज्य माता जी की जन्म शताब्दी के न्यूनतम संकल्प , साधना , ज्ञान घट, अंशदान, प्रशिक्षित समय दानी, युग साहित्य प्रचार का संकल्प और टोली विदाई का कार्यक्रम सम्पन्न होगा। मंगलवार को संपन्न हुए विश्व कल्याण महायज्ञ में रिटायर्ड (जज ) पीएम सिंह, विश्व हिंदू परिषद के प्रांत सह प्रचार प्रमुख डॉ. लोकनाथ पांडेय, गायत्री परिवार के ( उप जोन) समन्वयक रामजीत पांडेय, संयोजक जनार्दन पांडेय, घनश्याम जी, गंगाधर, विद्याधर, रजनीश मल्होत्रा, समेत तमाम गणमान्य लोग मौजूद रहे।

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