वाराणसी। सारनाथ स्थित सारंगनाथ महादेव मंदिर प्रांगण में रविवार को वैदिक मंत्रोच्चार के बीच 173 दंपतियों ने सपरिवार सामूहिक रुद्राभिषेक किया। सारंगनाथ रुद्राभिषेक समिति की ओर से आयोजित सामूहिक रुद्राभिषेक समारोह में पंचाक्षरी मंत्रोच्चार के बीच 173 दंपतियों ने गंगाधर का दूध दही शहद गन्ने के रस गंगाजल (पंचामृत) की पंचधार से अभिषेक किए। ॐ नमो भगवते रूद्राय नम: ॐ नमः शिवाय, ॐ इं क्षं मं औं अं, ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् मंत्र और शिवतांडव स्तोक्तद्र के श्लोकों से मंदिर प्रांगण गुंजायमान हो उठा।प्रारंभ में यजमानों ने ॐ गणेश-अम्बिके नम:आसनार्थे अक्षतान समर्पयामि! ॐ गणेशाम्बिकाभ्यां नम:स्नानार्थ जलं समर्पयामि मंत्र का उच्चारण कर गौरी गणेश का आह्वान किया। अधिन्यास के बाद यजमानों ने मिनट अनवरत सिंघी के जरिये 2500 लीटर पंचधार ओमकार को अर्पित किए। यजमानों ने नैवेद्य पुष्प वस्त्र अक्षत आदि से श्रृंगार पार्थिव शिवलिंग की आरती उतारी। पांच आचार्य और 54 बटुकों ने अनुष्ठान संपन्न कराया। यजमानों ने इसके बाद श्रद्धालुओं में प्रसाद वितरित किया गया। हर-हर महादेव और भारत माता की जयकारे के साथ सनातन धर्म और राष्ट्र रक्षा का संकल्प लिया।इस दौरान सारंगनाथ सामूहिक रुद्राभिषेक समिति काशी न्यास के अध्यक्ष डॉ संजय सिंह गौतम, उपाध्यक्ष रेवती रमन शर्मा, महामंत्री देव कुमार राजू, कोषाध्यक्ष रितेश श्रीवास्तव, सचिव सुनील शर्मा, कार्यक्रम के अध्यक्ष लोकपति सिंह जी व संयोजक चंद्र उमेश चंद्र राय जी की उपस्थिति सराहनीय रही।