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चंदौलीः 550 वर्षों के लंबे संघर्ष के बाद अयोध्या में भव्य राम मंदिर की स्थापना शुरु हो चुकी है। 22 जनवरी को नव्य,भव्य व दिव्य रूप में भगवान राम की नवीन प्रतिमा का प्राण प्रतिष्ठा होना है। इस अलौकिक दिन को रामराज्य दिवस के रूप में घोषित किया जाना समीचीन होगा । यह बातें चंदौली भाजपा विधि प्रकोष्ठ के जिला संयोजक अशोक द्विवेदी एडवोकेट ने कहीं । कहा कि नई प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा का अलौकिक , आध्यात्मिक और धार्मिक दिव्यता भारतवर्ष की जनता के लिए अविस्मरणीय दिन है । ऐसे में इसे राम राज्य दिवस के रूप में मान्यता प्रदान किया जाना जरूरी है । श्री द्विवेदी ने कहा कि राम देश की आत्मा है और संस्कृति अध्यात्म व धर्म के ज्योतिपुंज हैं । भगवान राम किसी कालखंड से बंधे हुए नहीं है अपितु कल अर्थात समय से पर हैं। श्री देवी दिन कहां की यह देश रामलाल वाला देश है । ऐसे में हर गांव , हर जन व हर घर में रामोत्सव का वातावरण बन चुका है । इसे साकार रूप देने के लिए प्रत्येक व्यक्ति अपने सामर्थ्य के अनुसार लगा हुआ है।  द्विवेदी ने 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के दिन देवालयों घरों को दिवाली जैसा सजाने का आह्वान किया ।

रिपोर्ट- विनय पाठक

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