सेमरा शहाबगंज चन्दौली: मातृभूमि सेवा ट्रस्ट के तत्वावधान में आर.के नेत्रालय वाराणसी द्वारा आयोजित निःशुल्क नेत्र चिकित्सा शिविर का आयोजन हर शुक्रवार की भाती इस शुक्रवार भी लगाया गया जिसमे 254 मरीजों ने अपना रजिस्ट्रेशन कराया,शिविर में डा.आर.के ओझा सर की पहल पर दो निराश्रित लोगों का आर्थिक सहायता भी किया गया।
शिविर में राजेश सिंह रिंकू ने अपने उद्घोष में कहा सेवा का भाव ही इंसान को जीवन में प्रगति के पथ पर आगे बढ़ाता है, जिसके लिए मन के भीतर इसका समावेश जरूरी है। जिन लोगों में प्रारंभ से ही सेवा की भावना का विकास किया जाता है वह आगे चलकर समाज में प्रतिष्ठा पाते हैं। सेवा के पथ पर चल कर ऊंचाइयों तक पहुंचने वालों के पास साधन नहीं थे लेकिन उन्होंने सेवा के भाव का साथ नहीं छोड़ा। सेवा-भाव को विकसित करने के लिए सबसे पहली कक्षा परिवार होती है। जहां एक दूसरे की मदद की जाती है। लेकिन नि:स्वार्थ भाव से की गई सेवा के ही सही मायने हैं, जिसका उपयोग निजी आवश्यकता या उन्नति के लिए नहीं किया गया हो।
साधनों की कमी के बावजूद जिसके सेवा भाव में कमी न आए वह शुद्ध सेवा है। यही सेवा जीवन को प्रगति के पथ पर ले जाती है। शिविर में उपस्थित कवि राजेश विश्वकर्मा 'राजू'ने अपनी मर्मस्पर्शी रचनाओं से उपस्थित जनसमुदाय को झकझोर रख दिया। शिविर का संचालन सुबाष विश्वकर्मा ने और आभार पंडित रामबोला तिवारी ने किया। शिविर में प्रमुख रूप से संजय कुमार सिंह (अध्यक्ष मातृभूमि सेवा ट्रस्ट),डा.अमरेश उपाध्याय, डा.शहजाद,सत्यानंद रस्तोगी, गोविंद तिवारी उर्फ पिंटू गुरु, सुमंत मौर्य,आयुष,सुजीत सिंह, संतोष कुमार राय, मोछू भैया,अजय सिंह, कार्तिकेय तिवारी, रामकुमार बाबा, दशरथ गुप्ता, त्रिभुवन राम, मिट्ठू बाबा, नन्दलाल प्रजापति इत्यादि लोग उपस्थित रहे।