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चंदौली जिले के कांशीराम आवास घोटाले में चंदौली जिले के पुलिस अधीक्षक शुक्रवार को हाई कोर्ट में पेश हुए और अपनी ओर से हलफनामा दाखिल करते हुए बताया कि इन 11 आरोपी सरकारी अधिकारियों व कर्मचारियों में से 4 की गिरफ्तारी हो गई है।और तत्कालीन नायब तहसीलदार हीरालाल और राजकुमार लेखपाल को खोजा जा रहा है। 2 लेखपालों तथा 4 अपात्र लाभकारियों की मौत होने की चर्चा है। पुलिस की जांच में आरोपी बनाए गए लोगों में दो लेखपाल तथा चार अपात्र लाभकारियों की मौत होने की बात कही जा रही है।साथ ही साथ सेवानिवृत्त कानूनगो सरफुद्दीन और शिवेश लाल श्रीवास्तव के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कर दिया गया है।
एसपी साहब के जवाब में बताया गया है कि मामले के दो आरोपी मृत हो गए हैं। पुलिस अधीक्षक ने यह भी बताया कि 9 आवंटियों के खिलाफ 82 सीआरपीसी की कार्यवाही शुरू हो गई है तथा 14 लोगों के खिलाफ एनबीडब्ल्यू जारी है। वहीं एक आवंटी का नाम गलत तरीके से दर्ज होने के कारण विवेचना से निकाल दिया गया है।
कांशीराम आवास घोटाले के मामले में जमकर मनमानी की बात सामने निकलकर आयी थी, जिसमें मनमानी करते हुए चहेतों को आवास आवंटित किए जाने में नियमों की जमकर धज्जियां उड़ाई गई। इसी का नतीजा था उस समय मौजूदा सरकारी कर्मचारियों व उनके चहेतों ने आवास आवंटित करने में अपने घर व रिश्तेदार महिलाओं के नाम आगे किए। अब इस मामले में 16 महिलाएं भी आरोपित हैं। दूसरी ओर एक महिला ने पूर्व में आवास आवंटित होने के बाद प्रार्थना पत्र देकर उसे निरस्त करा दिया था। कहा जा रहा है कि अब यह महिला सरकारी गवाह बन गयी है।
इस मामले में अगली सुनवाई की तारीख 31 जनवरी 2023 रखी गई है, जिसमें अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही करते हुए पुलिस अधीक्षक को अपना जवाब दाखिल करना है.
रिपोर्ट-.मो. तसलीम