वाराणसीः 04 नवंबर को केंद्रीय रेलवे, संचार और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री, भारत सरकार, अश्विनी वैष्णव बनारस रेल इंजन कारखाना का भ्रमण किये. बरेका प्रशासन भवन के स्वागत हॉल में 12000 एच.पी. लोकोमोटिव के निर्माण प्रक्रियाओं एवं उनकी विशेषताओं को प्रदर्शित किया गया, जिसे माननीय रेल मंत्री ने ध्यानपूर्वक देखा.
तदोपरांत बरेका कीर्ति कक्ष में आयोजित बैठक में माननीय रेल मंत्री ने महाप्रबंधक अंजली गोयल के साथ बरेका के प्रमुख विभागाध्यक्षगण एवं वरिष्ठ अधिकारीगण तथा बरेका कर्मचारी परिषद, ओ.बी.सी. एवं एस.सी.-एस.टी. एसोसिएशन व बरेका के अन्य सागठनों के साथ विस्तारपूर्वक चर्चा किये. बरेका में चल रही उत्पादन गतिविधियों एवं 12000 एच.पी. लोकोमोटिव के निर्माण प्रक्रियाओं के विषय पर चर्चा करते हुए उनके विशेषताओं के विषय में विस्तारपूर्वक जानकारी दी. साथ ही बरेका केंद्रीय चिकित्सालय के विस्तारीकरण हेतु 7.5 करोड के प्रस्ताव की शीघ्र स्वीकृति हेतु आश्वासन भी दिये.
इसके अतिरिक्त माननीय रेल मंत्री ने रेलवे में चल रही विभिन्न परियोजनाओं के विषय में भी विस्तार से जानकारी दिये एवं अपने अधिकारियों एवं कर्मचारियों के कौशल पर विश्वास जताते हुए कहा कि इसी का परिणाम है कि आज हम हाई स्पीड ट्रेन की परियोजनाओं पर तेजी से कार्य कर रहे हैं. आगें उन्होंने बताया कि लोको की गुणवत्ता में टॉलरेंस माइक्रोन रखेंगे और यात्री सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया जाएगा.
साथ ही, रेलवे लाइनों को डबल करेंगे, हमारी अधिकांश रेलवे स्टेशन एयरपोर्ट की तरह होंगे. आगें बताया कि हम अपने टेकनिशियन एवं इंजीनियरों के कौशल को और बेहतर करेंगे, वर्तमान की आवश्यकता के हिसाब से रेलवे में निवेश तथा टेक्नोलॉजी बढाएंगे. उन्होंने विश्वास दिलाते हुए कहा कि इसमें कोई आश्चर्य नहीं होगा कि जब अगले 5-6 वर्षों के अंदर हमारा लोको एवं बॉगी यूरोप के साथ ही दुनियां के विभिन्न देशों में निर्यात होगा.
उदाहरण स्वरूप उन्होंने बताया कि आज टेलीकॉम के क्षेत्र में हमारी टेक्नोलॉजी इतना डेवलॅप हुआ है कि आज एक साथ दस लाख कॉल रन करती है और अगले 2-3 वर्षों में अन्य देशों के मोबाईल में हिन्दुस्तान की टेक्नोलॉजी होंगी, इसमें भी कोई आश्चर्य नहीं होगा. चर्चा में उपस्थित सभी सदस्यों ने गुणवत्ता एवं उत्पादन बढ़ाने एवं नई परियोजनाओं पर कार्य करने हेतु उत्साह दिखाया.
रिपोर्ट- जगदीश शुक्ला
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