
वाराणसीः हिंदू मुस्लिम, मन्दिर मस्जिद, एस सी एस टी एक्ट फेल होते देख भाजपा सरकार में बौखलाहट बढ़ गई है। लोकतांत्रिक तरीके से चुनाव सम्पन्न कराने वाली संस्था भारत निर्वाचन आयोग को भी प्रधान मंत्री जी के अधीन करने की चाल चल दी गई है।
ज्ञातव्य हो कि मुख्य निर्वाचन आयुक्त केंद्रीय निर्वाचन आयोग भारत सरकार की नियुक्ति तीन सदस्यीय समिति द्वारा किया जाता रहा है जिसमे प्रधान मंत्री, विपक्ष का नेता और उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश मिलकर चयन करते थे परन्तु ईमानदार मुख्य न्यायधीश होने के कारण चयन समिति से बाहर करने का बिल राज्य सभा में मोदी जी ने पेश कराया है। उसके स्थान पर अपना एक नामित मंत्री होगा। इस प्रकार लोकतन्त्र की हत्या कर दी जाएगी।
प्रधानमंत्री और उनके द्वारा नामित मंत्री के बहुमत से चयनित आयुक्त विबस होकर वही करेगा जो प्रधान मंत्री जी चाहेगे। यह बाते सर्वजन सनातन पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित शीतला प्रसाद पाण्डेय जी ने अपने पार्टी के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा।
सर्वजन सनातन पार्टी के राष्ट्रीय संगठन प्रभारी पंडित रंग नाथ तिवारी जी ने कहा कि केन्द्र सरकार की पार्टी में कोई वोट इस बार बढ़ने वाला नहीं है बल्कि हर जाति का वोट घटेगा । ब्राह्मण समाज का देश भर में विशेषकर उत्तर प्रदेश में इतना उत्पीड़न हुआ है और हो रहा है कि चुनाव आते आते 60 प्रतिशत ब्राह्मण भाजपा का साथ छोड़कर सर्वजन सनातन पार्टी में शामिल हो जायेगा। सर्वजन सनातन पार्टी की बढ़ती लोकप्रियता से सारी पार्टियां परेशान हो रही है। अगले भविष्य में सनातन बनाम गैर सनातन पार्टी की ही लडाई होगी। एसलिये भाजपा सरकार लोकतंत्र में बेईमानी करने के सारे उपाय ढूंढ़ रही है। सर्वजन सनातन पार्टी इसका विरोध करती है निंदा करती है।