Shaurya News India
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चंदौली: एक तरफ देश की मोदी सरकार और योगी सरकार परिषदीय विद्यालयों पर करोड़ों रुपए खर्च कर रही है ताकि परिषदीय विद्यालयों की स्थिति में सुधार हो सके और परिषदीय विद्यालयों में कॉन्वेंट स्कूलों के तर्ज पर पठन पाठन का कार्य हो सके। लेकिन कुछ भ्रस्ट अध्यापक सरकार के मंसा को पलीता लगा रहे हैं।कुछ भ्रस्ट शिक्षकों के कारण पूरा शिक्षक समाज शर्मसार हो रहा है। देखा जाय तो शहाबगंज विकास खण्ड क्षेत्र के विद्यालयों में शिक्षा का स्तर गिरता जा रहा है। कहीं विद्यालय में शिक्षक मेज पर टांग फैलाकर सो रहे हैं तो कही स्कूल में चटाई बिछाकर सो रहे हैं। 

 

नौनिहालों के भविष्य के साथ किस तरह लापरवाह शिक्षक खिलवाड़ कर रहे हैं साफ दिख रहा है। सरकार का स्लोगन है कि "पढ़ेगा इंडिया तो आगे बढ़ेगा इंडिया" स्कूल में इसी तरह सोएंगे शिक्षक तो खाक आगे बढ़ेगा इंडिया। हालांकि अध्यापकों की लापरवाही कोई नई बात नहीं है। मजे की बात ये की शिकायत के बाद भी इन भ्रस्ट शिक्षकों पर कार्यवाही नहीं होती। और शिक्षकों की लापरवाही एबीएसए अरविन्द यादव के मिलीभगत से होता है। 

 

दबंग शिक्षक एबीएसए का जेब गरम कर कार्यवाही से बच जाते हैं। जब से अरविंद यादव ने खण्ड शिक्षा अधिकारी का पद संभाला है तब परिषदीय विद्यालयों की स्थिति बदतर हो गई है। जबकि विधानसभा चुनाव से पहले ही एबीएसए अरविन्द यादव का तबादला गैर जनपद हो चुका है। लेकिन अधिकारियों के रहमो करम के चलते अभी भी जनपद में बने हुए हैं। 

 

दरअसल, पूरा मामला प्राथमिक विद्यालय पालपुर का है जहाँ परिषदीय विद्यालयों की स्थिति जानने के लिए "पत्रकारों" की टीम जब विद्यालय में पहुंची तो विद्यालय में प्रधानाध्यापक सुरेश सोनकर मौजूद मिले बाकी के चार अध्यापकों के स्कूल न आने का कारण पूछने पर प्रधानाध्यापक सुरेश सोनकर व सहायक अध्यापक शैलेन्द्र कुमार पत्रकारों पर ही भड़क उठे और पत्रकारों से बदसलूकी करने लगे, शैलेन्द्र कुमार ने तो यहाँ तक कह दिया कि तुम्हारे कहने से हम लोग स्कूल पर नहीं आ जायेंगे स्कूल चेक करने ये कौन सा टाइम है, स्कूल चेक ही करना है तो 09 बजे आइये और हमको अवगत करा के आइये। वही प्रधानाध्यापक सुरेश सोनकर ने पत्रकारों को देख लेने तक धमकी दे डाली। कुल मिलाकर गुरुजी को पत्रकारों का स्कूल पर आना नागवार गुजरा और गुरुजी ने अपने पद का लिहाज न करते हुए पत्रकार देख लेने की धमकी तक दे डाली। 

 

पत्रकारों के साथ हुए बदसुलूकी की घटना के बाद जनपद के पत्रकारों में भारी आक्रोश व्याप्त है। 

पत्रकारों से हुए दुर्ब्यवहार के मामले में ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन ने जिलाध्यक्ष आनन्द सिंह के नेतृत्व में बीएसए सतेंद्र कुमार से मिलकर दोषी शिक्षकों पर कड़ी कार्यवाही की मांग की। बीएसए सतेंद्र कुमार ने मामले में किसी अन्य बीआरसी केंद्र के खण्ड शिक्षा अधिकारी से जाँच कराकर दोषी शिक्षकों पर कड़ी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया तब जाकर पत्रकार शान्त हुए. 

हालांकि अब ये देखना दिलचस्प होगा कि मामला बीएसए साहब के संज्ञान में आने के बाद दोषी शिक्षकों पर कार्यवाही होती है या मामला ठन्डे बस्ते में डाल दिया जाता है।

 

 

 

रिपोर्ट राकेश दुबे

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