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बांदाः उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में बीती रात जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक के द्वारा मासिक चेकिंग के तहत जनपद के मंडल कारागार का निरीक्षण किया गया. इस दौरान जिला अधिकारी व पुलिस अधीक्षक को मंडल कारागार के गेट के अंदर जाने के लिए कारागार गेट पर काफी देर तक इंतजार करना पड़ा.


जिसे लेकर आक्रोशित होकर जिला अधिकारी के द्वारा डिप्टी जेलर वह चार बंदी रक्षकों पर कार्रवाई करते हुए शासन को प्रपत्र भेजा गया था. जिस पर चार बंदी रक्षकों सहित डिप्टी जेलर को निलंबित कर दिया गया लेकिन इसके बाद कुछ अटकलें भी लगाई जा रही थी कि जब जिला अधिकारी व पुलिस अधीक्षक के द्वारा जेल के अंदर निरीक्षण किया गया, तो जेल में बंद मुख्तार अंसारी के बैरिक में कुछ बाहरी सामग्री वह खाद्य पदार्थ उपलब्ध होने की बात कही जा रही थी उसी के तहत कहा जा रहा था कि बांदा जेल के डिप्टी जेलर व चार बंदी रक्षकों को निलंबित किया गया है, लेकिन शासन के आदेश पर जांच करने आए लखनऊ से डीआईजी जेल में जेल का निरीक्षण किया.

जेल के निरीक्षण के बाद मीडिया से वार्ता करते हुए बताया कि जिस तरह से मुख्तार अंसारी के बैरिक में बाई सामग्री पाए जाने को लेकर बात की जा रही थी. वह पूरी तरह से गलत है जबकि किती जेलर व चार बंदी रक्षकों पर जो कार्यवाही की गई है वह इसलिए की गई है, क्योंकि जब जेल मैनुअल के तहत जिला अधिकारी व पुलिस अधीक्षक के द्वारा रूटीन चेकिंग के लिए मंडल कारागार पहुंचे दो उन्हें कारागार के गेट पर काफी देर इंतजार करना पड़ा था.


इसी से आक्रोशित होकर जिलाधिकारी ने शासन को पत्र भेजकर उनके खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही थी. फिलहाल मेरे द्वारा जेल के अंदर जाकर पूरी जांच पड़ताल की गई है और जिस बैरिक में मुख्तार अंसारी बंद है. उसमें भी जाकर जांच की तो पाया कि बैरिक के अंदर केवल एक आम रखा हुआ था.

जब आम के विषय में जानकारी ली, तो कर्मचारियों ने बताया कि यह आम जेल परिसर के अंदर लगे आम के पेड़ का ही है. यहां पर बाहर से किसी भी प्रकार की कोई भी सामग्री नहीं लाई गई है और नाही पाई गई है. अगर जेल में बंद मुख्तार अंसारी के स्वास्थ्य व्यवस्था की बात करें तो उनका स्वास्थ्य पूरी तरह से सही है.

रिपोर्ट- फैयाज खान 
 

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