
वाराणसी: जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने विभागीय अधिकारियों के बुधवार को विकास भवन सभागार में बैठक के दौरान निर्देशित किया कि जनप्रतिनिधियों द्वारा उठाये गये मुद्दे एवं उनके द्वारा उपलब्ध कराए गए शिकायती प्रार्थना पत्रों का निस्तारण समयबद्धता के साथ प्राथमिकता पर सुनिश्चित कराया जाए। इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने सभी विभागों को गुरुवार तक का समय देते हुए विभागीय स्तर पर लंबित सभी प्रकरण को खत्म करने हेतु निर्देशित किया तथा इसकी जानकारी संबंधित सांसद, विधायक व जनप्रतिनिधि को अवश्य अवगत कराये जाने पर जोर दिया.
जिलाधिकारी ने लाल बहादुर चिकित्सालय रामनगर में जन औषधि पर दवाओं का न मिलना व दलालों की सक्रियता पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी से उचित करवाई करने को कहा व दलालों को पकड़कर उनकी फोटो नोटिस बोर्ड पर चिपकाने को कहा। सीएमओ से शिथिलता बरतने वाले सुपरिटेंडेंट डॉक्टरों के बारे में सूचना तलब किया.
नगर निगम व जलकल से सम्बंधित अधिक शिकायतों के लिए संबंधित अधिकारियों से नाराजगी व्यक्त की। ईआरके के पटक सहायक को जनप्रतिनिधि रजिस्टर खोलने को कहा व पत्र का जवाब जरूर देने को कहा। उन्होंने दिशा से सम्बंधित मुद्दे पर सुनवाई करते हुए जल जीवन मिशन की योजना के लिए निर्देशित करते हुए कहा कि दो करोड़ से नीचे की परियोजना लोकार्पण सम्बंधित विधायक से अवश्य करायें।
एल एंड टी के प्रोजेक्ट्स की गुणवत्ता व खुदाई के बाद के लिए थर्ड पार्टी सर्वे के लिए निर्देशित किया। घर-घर तिरंगा कार्यक्रम की प्रगति व सम्बंधित विभागों से उनके वितरण की व्यवस्था के लिए उचित करवाई को कहा। आईजीआरएस पोर्टल पर लंबित शिकायती प्रार्थना पत्रों के धीमी प्रगति पर नाराजगी जताते हुए उन्होंने डिफॉल्टर विभागों के अधिकारियों को आगे से सुधार हेतु निर्देशित किया.
उन्होंने अधिकारी/कर्मचारियों से सुबह 9:45 पर कार्यालय पहुँचने व 10 से 11 के मध्य जनसुनवाई करने को सख्त हिदायत देते हुए एक निर्देशित किया कि प्राप्त शिकायतों का उसी दिन निस्तारण सुनिश्चित किया जाए। जिलाधिकारी ने विशेष रूप से जोर देते हुए कहा कि जनता की समस्या निवारण ही सबसे प्रमुख कार्य होना चाहिये। उन्होंने डीएसटीओ प्रोजेक्ट्स की भी समीक्षा की.
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अभिषेक गोयल सहित अन्य विभागीय अधिकारी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे.