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भदोही: दयावंती पुंज डिग्री कॉलेज, सीतामढ़ी के विद्यार्थियों ने हुनर हाट में अपने कौशल को दिखाते हुए लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा. एक दिवसीय इस हुनर हाट में बी०ए०, बी०कॉम० और बी०एड० के  छात्र-छात्राओं द्वारा एक अस्थाई हाट (बाज़ार) का आयोजन किया गया. जिसमें बड़ी मात्रा में स्कूल-कॉलेज के विद्यार्थी, अभिभावक और आगंतुक ने बड़ी मात्रा में खरीददारी करते हुए खाने-पीने का लुत्फ उठाया. कॉलेज प्राचार्या डॉ अंजलि सिंह ने हुनर हाट का उद्घाटन करते हुए सर्वप्रथम फीता काटा.

इस हाट की खूबी यह रही कि वस्तुओं का मूल्य अध्यापकों और विद्यार्थियों के लिए समान था. प्रत्येक सामान की कीमत लगभग 10-15 ₹ से ज्यादा नहीं थी.  इस हाट में लोगों ने चाय, कॉफी, शीतल पेय (कोल्ड्रिंक्स), डोसा, दही बड़ा, अंकुरित दालें (स्प्राउट), फ्रूट्स चाट, मुरमुरा, झालमुढ़ी, पोटैटो फ्रेंच फ्राई, चाउमीन, बर्गर, पोहा, फुल्की, चाट, बाटी-चोखा-दाल, मंचूरियन, मिठाई, समोसा-छोला, वेज पकौड़ी, पराठा, खीर, रबड़ी, गाजर का हलुआ, सलाद, ढोकला, दही-जलेबी, इमरती, गुलाब जामुन, पनीर पकौड़ा, लस्सी, फैंसी ज्वेलरी, साज-सज्जा हेतु सामग्री, फ़ोटो फ्रेम इत्यादि चीजों का लुत्फ उठाते हुए खरीद दारी की.
 
कॉलेज प्राचार्या डॉ अंजलि सिंह ने प्रत्येक दुकान का निरीक्षण करते हुए कहा कि यह हाट विद्यार्थियों के हुनर को रेखांकित करता है. हमारे विद्यार्थी न केवल पढ़ाई में; बल्कि जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में आगे हैं- हुनर हाट उसी कड़ी का एक हिस्सा है. कॉलेज के उचित प्रबंधन का ये विद्यार्थी भरपूर लाभ लेते हुए हमेशा अपने कौशल से न केवल हम लोगों को अपितु शहर के लोगों को भी आकर्षित करते रहे हैं. परीक्षा परिणाम से लेकर अन्य रचनात्मक कौशलों में हमारे विद्यार्थी समाज और राष्ट्र-निर्माण में अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन कर रहे हैं. यह सब महाविद्यालय के कुशल प्रबंधन, नेतृत्व एवं आधुनिक-सोच की बदौलत संभव हुआ है.

 यह महाविद्यालय एक परिवार और समाज के रूप में कार्य करते हुए विद्यार्थियों को शिक्षा प्रदान करता है. यही कारण है कि ये विद्यार्थी पढ़ाई के साथ-साथ समाज तथा राष्ट्र के नैतिक-कर्तव्य को भी बखूबी समझते हुए अपनी आहुति देने के लिए तत्पर रहते हैं. बड़ी बात यह है कि छात्रों की अपेक्षा छात्राएँ इस क्षेत्र में निकल कर आगे आ रही हैं. यह हमारे लिए सुखद की स्थिति है. हमारी छात्राएँ अबला नहीं बल्कि सबल हैं. समाज के साथ कंधा-से-कंधा मिलाकर चलने में सक्षम हैं. हम सभी विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हैं.
 
इस कार्यक्रम में आशा उपाध्याय (कार्यवाहक प्रिंसिपल, डी०पी०एम०एस०), डॉ० अनित दुबे, डॉ० अरविन्द उपाध्याय, किशोर कुमार पाण्डेय, संतोष दुबे, अखिलेश कुमार सिंह, पी०एन० त्रिपाठी, दीपा गुप्ता, विकास दुबे, स्मृति त्रिपाठी, अनिता राज, अखिलेश एवं अविनाश ज्योति शुक्ला,शिक्षक, कर्मचारी एवं गणमान्य मौजूद रहे.

रिपोर्ट- विजय तिवारी         

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