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वाराणसी धर्म की नगरी काशी में अधिकमास 33 दिन तक चलने वाले भगवान पुरुषोत्तम के दर्शन के लिए बड़ी संख्या में भक्त पहुंच रहे है. शनिवार को पद्मनी एकादशी के मौके पर भगवान पुरुषोत्तम के मंदिर को बेहद ही आकर्षक रूप से सजाया गया.
तुलसी के पत्तों से सजे मंदिर में भक्त भगवान पुरुषोत्तम का दर्शन कर निहाल हो उठे. मान्यता है कि आज के दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजन करने से यश और कीर्ति में वृद्धि होती है.
पद्मनी एकादशी के मौके पर पर भगवान पुरुषोत्तम को अतिप्रिय मालपुआ को भोग लगाया. वहीं भक्तों ने भगवान पुरुषोत्तम का दर्शन-पूजन के साथ दान-पुण्य कर अपनी मनोकामनाओं और देश में शांति के लिए प्रार्थना किया.
महन्त शंकर दीक्षित ने बताया कि शनिवार अधिकमास में पड़ने वाले एकादशी का पर्व है. इस एकादशी की पद्मनी एकादशी के रूप में जाना जाता है जिसका विशेष महत्व है। यही वजह है कि शनिवार को मंदिर में भक्तों की काफी भीड़ है. पद्मनी एकादशी को दर्शन पूजन से धन धान्य भरा रहता है और भगवान विशेष कृपा बनी रहती है।