वाराणसीः मंडुवाडीह थाना क्षेत्र के चांदपुर स्थित एक निजी हॉस्पिटल मे मरीज की मौत के बाद शव को आईसीयू में रखकर विल बनाने में डॉक्टर कोई कसर छोड़ने से बाज नहीं आया।
परिजनों ने हंगामा किया आरोप है कि अस्पताल के द्वारा परिजनों से शव के बदले लंबी रकम की मांग की है।
जिसके बाद परिजनों ने अस्पताल में हंगामा किया।
जानकारी के मुताबिक, मूल रूप से पश्चिम बंगाल के रहने वाले विष्णु देव चौधरी सिकंदराबाद में इंडियन आर्मी में तैनात है। उन्होंने बताया कि उन का छोटा भाई 20 वर्षीय बलराम चौधरी 7 जून को बलिया एक बारात में आया था।
गाड़ी पलट गई थी जिससे गंभीर रूप से चोटिल होने पर अचेता अवस्था में उसे एक निजी अस्पताल में एंबुलेंस वाले के सलाह पर भर्ती कराया गया था।
उनका आरोप है कि इलाज के नाम पर लाखों रुपए ले लिया गया था लेकिन मरीज को होश तक नहीं आया। मृतक के फुफेरे भाई सागर चौधरी का आरोप था कि बलिराम चौधरी की मृत्यु 1 दिन पहले ही हो गई थी।
इसके बावजूद अस्पताल के डॉक्टरों द्वारा वेटीलेटर रखकर उसका इलाज किया जा रहा था।
उनके द्वारा हंगामा करने पर उसको मृत्यु घोषित कर दिया गया।
मौके पर सूचना पाकर पहुंचे मंडुवाडीह प्रभारी निरीक्षक ने परिजनों को समझा-बुझाकर शांत कराया और शव,को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।
रिपोर्ट- जगदीश शुक्ला