अयोध्याः जिले मे मुख्यमंत्री के आगमन पर मंगलवार को भाकियू की महिला जिलाध्यक्ष सुमन पांडेय द्वारा उन्हें ज्ञापन देने की घोषणा के बाद से पुलिस प्रशासन ने यूनियन के तमाम पदाधिकारियों को देर रात से उन्हें आवास पर ही नजरबंद कर रखा था. वहीं, मंगलवार को दोपहर बाद भाकियू महिला जिलाध्यक्ष सुमन पांडेय ने अपने पूराबाजार स्थित आवास से पुलिस को चकमा देकर वहां निकलकर अपने साथियों के साथ अयोध्या के बूथ नंबर 4 पर पहुंची.
पुलिस ने वहां उन्हें घेराने की कोशिश की परन्तु सुमन पाण्डेय फिर से पुलिस को चकमा देते हुए हाइवे स्थित जय सर्विस स्टेशन तक पहुंच गयी. जहां उन्हें सीओ अयोध्या डॉ. राजेश तिवारी ने कब्जे में लेकर आरएम अयोध्या को बुलवाकर ज्ञापन दिलवायाय. मुख्यमंत्री को दिए गये ज्ञापन मे उन्होंने बताया हैं कि बीते 9 अक्टूबर कि रात कोतवाली नगर के साहबगंज चौकी अंतर्गत खुर्दाबाद निवासनी एक महिला कार्यकर्ता कि शिकायत लेकर चौकी गयी थी.
उसी दौरान ज़ब वह मीडिया को अपनी बात बता रहीं थी तभी वहां फ़ोर्स के साथ पहुंचे कोतवाल शमशेर बहादुर सिंह ने उनके कार्यकर्ताओं के साथ बदसुलूकी करते हुए हल्का बल का प्रयोग किया गया था. जिसमें यूनियन के मंडल महासचिव श्रीराम वर्मा के सीने मे चोट आयी थी.
जिसके चलते उन्हें जिला अस्पताल लाकर भर्ती कराया गया था. उक्त घटना से यूनियन को काफ़ी ठेस पहुंची जिसके चलते आज यूनियन ने मुख्यमंत्री से मिलकर उन्हें जिले के अधिकारियों के इस व्यवहार से अवगत कराने का निर्णय लिया गया था. वहीं जिलाध्यक्ष ने कहा कि अगर ज्ञापन के बाद भी दोषी कोतवाल व अन्य पुलिस कर्मियों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं हुई तो वह प्रदेश मुख्यालय पर प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री से मुलाक़ात कर उनसे कार्यवाही की मांग किया जायेगा.
रिपोर्ट- सोनू चौधरी