छतरपुर : वाराणसी ज्ञानवापी मस्जिद में चल रहे सर्वे के बीच बागेश्वर धाम वाले धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी ने कहा कि इसे मस्जिद ना कहा जाए। उन्होंने ज्ञानवापी को शिव मंदिर बताते हुए कहां की इसे मस्जिद ना कहा जाए। भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने को अपना लक्ष्य बताने बागेश्वर सरकार ने नूंह पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी ने कहा कि यह हमारे देश के लिए दुर्भाग्यपूर्ण घटना है।
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी ने ज्ञानवापी पर चल रहे सर्वे को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, "ज्ञानवापी मस्जिद नहीं है। सबसे पहले यह कहना बंद कर दो। ज्ञानवापी भगवान शंकर का मंदिर है "। गौरतलब है कि हाल ही में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने भी ज्ञानवापी को मस्जिद कहे जाने पर आपत्ति जताई थी। स्थानीय अदालत, हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट से भी मिली अनुमति के बाद ज्ञानवापी में सर्वे किया जा रहा है।
बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी से नूंह में हुई हिंसा को लेकर भी सवाल किया गया। इस पर उन्होंने कहा , देश का दुर्भाग्य है सनातनी हिंदू इस प्रकार का कार्य देख रहे हैं। सब लोग जाग जाओ"। 31 जुलाई को हरियाणा के नूंह में ब्रज मंडल यात्रा पर हमले के बाद सांप्रदायिक हिंसा भड़क गई थी। हिंसा में 6 लोगों की मौत हो गई , जबकि दर्जनों लोग घायल हो गए थे।
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी अपने बयानों को लेकर हमेशा चर्चा में रहते हैं। अपने हिंदूवादी अजेंडों को लेकर बेहद मुखर रहने वाले धीरेंद्र शास्त्री खुलकर कहते हैं कि भारत को हिंदू राष्ट्र बनते देखना चाहते हैं। और इस दिशा में काम कर रहे हैं। धीरेंद्र शास्त्री भक्तों के मन की बात समझाने की दावा करते हैं। और उनके दरबार का वीडियो सोशल मीडिया पर बेहद लोकप्रिय है।
रिपोर्ट- मंजू द्विवेदी