अयोध्याः विजयादशमी के मौके पर जहां पूरे देश भर में रावण वध और भगवान श्री राम की विजय का जश्न मनाया जाएगा. तो वही अयोध्या में चल रहे भगवान श्री राम की भव्य मंदिर निर्माण का संदेश लेकर साधु संतों के नेतृत्व में दिग्विजय यात्रा रवाना होगी. यह राम मंदिर मॉडल पर तैयार किए गए रामराज्य रथ के साथ इस यात्रा की शुरुआत अयोध्या से किया जाएगा. जिसके बाद यह रथ गोरखपुर, जनकपुर नेपाल, जम्मू कश्मीर कन्याकुमारी व पश्चिम बंगाल तक की 15000 किलोमीटर की यात्रा करेगी.
राम नगरी अयोध्या में इस वर्ष विजयादशमी बेहद खास रूप में मनाया जाएगा. अयोध्या में रावण दहन करने के बाद भगवान की दिग्विजय यात्रा निकाली जाएगी. इस यात्रा में अयोध्या के साधु संत भी शामिल होंगे. इसकी तैयारी भव्यता के साथ की जा रही है राम मंदिर मॉडल की तर्ज पर दक्षिण भारत में तैयार किया गया. रामराज्य रथ अयोध्या पहुंच चुका है. 4 अक्टूबर को यह रथ राम जन्मभूमि परिसर पहुंचेगी जहां पर भगवान श्री रामलला की अखंड ज्योति जलाए जाने के बाद इस यात्रा की शुरुआत की जाएगी. 2 माह तक यह यात्रा भारत भ्रमण के बाद 3 दिसंबर को अयोध्या पहुंचेगी यात्रा का समापन किया जाएगा.
अयोध्या में दिग्विजय यात्रा जानकारी देते हुए विश्व हिंदू परिषद के मीडिया प्रभारी शरद शर्मा ने बताया कि 4 अक्टूबर को अयोध्या में इस यात्रा का शुभारंभ किया जाएगा और 5 अक्टूबर को या यात्रा अयोध्या से निकलकर गोरखपुर पहुंचेगी. जहां से सीधे जनकपुर जाएगा जनकपुर में नौ दिवसीय आयोजन के बाद या यात्रा जम्मू कश्मीर पहुंचेगी जम्मू कश्मीर के रास्ते से कई राज्य और जनपदों से होते हुए दक्षिण भारत के कन्याकुमारी जाएगी और फिर वहां से पश्चिम बंगाल पहुंचेगा और अंत में 3 दिसंबर को इस यात्रा का समापन पुनः अयोध्या में ही किया जाएगा.
इस यात्रा के पहले अयोध्या में विजयादशमी के मौके पर रावण दहन का आयोजन होगा इसके पश्चात इस यात्रा को शुरू किया जाएगा या यात्रा भगवान श्री राम की भव्य मंदिर निर्माण को लेकर दिग्विजय यात्रा निकाली जाएगी जिस प्रकार से भगवान राम 14 वर्ष के वनवास के बाद अयोध्या पहुंचते हैं और यहां पर राज्याभिषेक कर अश्व मेघ यज्ञ का आयोजन किया जाता है. उसी तरह अयोध्या में भगवान राम की भव्य मंदिर निर्माण का कार्य शुरू हो चुका है इस बार दिग्विजय यात्रा निकाली जाएगी.
रिपोर्ट- क्षितीज साधवानी