बाबा बड़े शिव धाम मंदिर परिसर मे शिव भक्तों की बैठक आचार्य एवं गोशाई बाबा के सानिध्य में हुई जिसमें 18 फरवरी को होने वाले महाशिवरात्रि पर्व को लेकर चर्चा की गई.
इस पावन महाशिवरात्रि पर्व पर होने वाले भव्य श्रृंगार व मंदिर की सजावट के साथ चारो पहर की आरती, फलाहार प्रसाद का वितरण कर मंदिर परिसर में तीन सौ फिट उची त्रिशूल की स्थापना पर विचार विमर्श किया. उसे मूर्त रुप देने के लिए योजना बनाई गई और कार्यक्रम की रुपरेखा निर्धारित करते हुए इसकी तैयारी शुरु कर दी गई.
बैठक में दीपक मोदनवाल ने बताया कि 17 फरवरी को हल्दी व मेहदी की रस्म के साथ संगीत का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा है. दर्शन पूजन के साथ बाबा बड़े शिव का विधि विधान से रुद्राअभिषेक संपन्न होगा. तत्पश्चात सायं काल से बाबा की आरती निरंतर प्रारंभ होगी जो अनवरत दूसरे दिन ब्रह्म मुहूर्त के तक चलेगी.
शिवरात्रि की रात में ही शिव सहस्त्रनाम से शिव जी के 1008 नाम का जप करते हुए. प्रत्येक नामों से अपने देश के वीर जवानों की रक्षा के लिए और असमय जो काल के मुंह में समा गए हैं उनकी आत्मा की शांति के लिए विशेष हवन किया जाएगा. बैठक में घनश्याम जायसवाल,शिव अग्रहरी, अभिषेक जायसवाल,मिट्ठू गोसाई,शंभूनाथ गुप्ता,संजय जायसवाल,लाल बाबा ओम जी जायसवाल आचार्य शरद पांडेय, आचार्य संदीप पांडेय आदि रहे.
रिपोर्ट- जलील अहमद