
शहाबगंज- शासन के निर्देशों के बावजूद जनपद में स्वास्थ्य व्यवस्थाएं सुधरने का नाम नहीं ले रही है। वहीं यूपी के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक लगातार अस्पतालों का औचक निरीक्षण कर हाल जानने के साथ ही आवश्यक दिशा निर्देश दे रहे हैं जिससे स्वास्थ्य व्यवस्था सुधारी जा सके। लेकिन लापरवाही के चलते व्यवस्था पूरी तरह पटरी है।और इसको लेकर विभागीय अधिकारी भी पूरी तरह से लापरवाह दिख रहे हैं।जिसका खामियाजा अस्पतालों में इलाज के लिए दूर दराज से आए मरीजों को भुगतना पड़ता है।और सरकारी अस्पतालों में तैनात डाक्टर भी समय से आना कभी मुनासिब नहीं समझते हैं।इसे विभाग की लापरवाही कहें या मिलीभगत। सबसे बड़ी बात तो यह है कि लापरवाह स्वास्थ्य कर्मी अपने उच्चाधिकारियों के आदेशों को भी नहीं मानते हैं।
कुछ ऐसा ही गुरुवार की देर शाम आत्मिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में देखने को मिला। जहां अस्पताल के वार्ड में बेड पर मरीजों की जगह कुत्ता आराम फरमाते हुए नजर आया। जहां मौके पर इलाज कराने आए मरीजों ने आराम फरमा रहे कुत्ते की वीडियो बना लिया।वहीं अस्पताल में शाम को सहायक चिकित्सा अधिकारी संजय कुमार ड्यूटी के दौरान भी अपने कक्ष से गायब मिले। वही आपको बताते चलें कि इसके पहले भी कई बार अस्पताल के डॉक्टर एवं कर्मचारियों की लापरवाही या देखी गई है। और कुछ डॉक्टर तो अक्सर ही गायब रहते हैं। वनांचल क्षेत्र से आए दूरदराज के मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है और डॉक्टर के ना मिलने पर उन्हें वापस लौटना पड़ता है। नहीं तो अन्य निजी अस्पतालों या फिर जिला अस्पताल में ही इलाज करा पाते हैं।
वही इस संबंध में जब प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा अधिकारी डॉ हीरालाल से फोन से बातचीत कर संपर्क करने की कोशिश की गई तो रिंग बजने के बाद भी चिकित्सा अधिकारी ने फोन उठाना मुनासिब नहीं समझा। और ना ही इस मामले को गंभीरता से लिया।
रिपोर्ट- कार्तिकेय पांडेय