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चंदौली:  तीन टैंकर से 74 हजार लीटर अवैध डीजल की बरामदगी मामले में लीपापोती की बू आने लगी है। डीएम के निर्देश पर जिला पूर्ति विभाग ने महावीर पेट्रोल पंप संचालक, मैनेजर और टैंकर चालकों के खिलाफ मुकदमा तो दर्ज करा दिया है, लेकिन पंप संचालक ने अभी तक विभाग की नोटिस का जवाब तक नहीं दिया है। हालांकि जिलाधिकारी ईशा दुहन मामले को लेकर काफी सख्त हैं। कहा कि वैधानिक कार्रवाई की जाएगी.

एक सप्ताह पहले पुलिस और पूर्ति विभाग ने तीन टैंकर पकड़ते हुए 74 हजार लीटर डीजल जब्त किया। दरअसल मुख्यालय से सटे छितों स्थित महावीर कार्गो फिलिंग स्टेशन का संचालक अपने पंप के नाम पर डीजल का उठान करता और झारखंड में आपूर्ति करता था। वहां तेल की कीमत अधिक होने से अच्छा मुनाफा कमा रहा था। सूत्रों की माने तो पंप संचालक बीजेपी के किसी बड़े नेता का रिश्तेदार है।

बहरहाल पुलिस और पूर्ति विभाग ने झारखंड जा रहे तीन टैंकर पकड़ने के साथ मुकदमा भी दर्ज करा दिया। लेकिन कार्रवाई यहीं तक सिमट कर रह गई है। विभाग ने पंप संचालक को नोटिस भेजी थी लेकिन उसने रिसीव तक नहीं की।

जिला पूर्ति अधिकारी देवेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि अवैध तेल बरामदगी मामले में पंप संचालक को कारण बताओ नोटिस भेजी गई थी लेकिन उसने रिसीव नहीं कि। हालांकि आज नोटिस रिसीव कर ली गई है। जवाब देने के लिए एक सप्ताह का समय दिया गया है।



रिपोर्ट- प्रदीप दुबे

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