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चन्दौली: ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन प्लान्ट डिपो शाखा के तत्वाधान में एवं ऑल इंडिया रेलवेमेंस फेडरेशन के महामंत्री कॉमरेड शिव गोपाल मिश्रा तथा ईसीआरकेयू के महामंत्री कॉमरेड एस एन पी श्रीवास्तव के आह्वान पर रेलवे बोर्ड द्वारा जारी आदेश जिसमें नन सेफ्टी कैटेगरी के रिक्त पद में से 50% सरेंडर करने के विरोध में प्लान्ट डिपो इंजीनियरिंग करखाना के अंतर्गत ट्रैक मशीन अनुभाग के मुख्य गेट पर विशाल प्रदर्शन किया गया।
अध्यक्षता शाखा अध्यक्ष कॉमरेड एस पी सिंह ने किया. इस अवसर पर सभा को संबोधित करते हुए ईसीआरकेयू के केंद्रीय संगठन मंत्री बी बी पासवान ने कहा कि रेलवे बोर्ड के मानव शक्ति योजना में निर्देशॎलय की ओर से पत्र जारी करते हुए सभी जोनल रेलवे एवं उत्पादन यूनिट के महाप्रबंधक को निर्देशित किया है कि गैर संरक्षा कोटि के 50% पदों को तुरंत खत्म किया जाए.
जिसके लिए 31 मई की तिथि निर्धारित की गयी है। ये न केवल मजदूर विरोधी है, बल्कि रेल विरोधी निर्णय भी है.
इसका सीधा प्रभाव रेल कर्मचारियों पर पड़ेगा,इसे लागू हो जाने पर आने वाले समय में होने वाली संवर्ग पुनः संरचना प्रभावित होगी. साथ ही गैर संरक्षा कोटि के पदों पर भर्ती प्रक्रिया एवं भावी जीडीसी की चयन भी इससे प्रभावित होंगे जो अन्याय पूर्ण है.
ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन एवं ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन शुरू से ही ऐसे नीतियों का कारा विरोध करते रहा है आने वाले समय में रेलवे बोर्ड अपने आदेश को वापस नहीं लेती है तो ईसीआरकेयू या एआईआर के नेतृत्व में बहुत बड़ा आंदोलन करेगी.
शाखा मंत्री सुल्तान अहमद ने कहा कि प्लान्ट डिपो इंजीनियरिंग कारखाना डीडीयू के अंतर्गत संरचना शाला अनुभाग के ब्रिज गर्डर इत्यादि के लिए मुख्यालय हाजीपुर द्वारा वर्ष 2022 23 के लिए लगभग 2600 एमटी का उत्पादन लक्ष्य निर्धारित किया गया है.
जिसके परिपेक्ष्य में 220 एमटी मासिक लक्ष्य उत्पादन किया जाना अपेक्षित है,परंतु यह देखा गया है कि वर्तमान में केवल 16 से 17 स्पैन ओडब्लूजी गर्डर एवं कुछ एफ ओ बी. का कार्यभार ही कारखाना के पास है।इस क्रम में यह देखा जा सकता है कि अगर प्रत्येक महीने में एक स्पेैन गर्डर का भी फेवरिकेशन किया जाता है तो इस कारखाना के पास केवल 16 से 17 महीनों का कार्यभार ही उपलब्ध है.
जोकि कारखाना के भविष्य के लिए उचित नहीं है जैसा कि मालूम है कि ब्रिज गार्डर फेविरिकेशन की मांग प्राप्त होने के उपरांत उसके मटेरियल खरीद एवं अन्य फेविरिकेशन प्रक्रिया में लगभग 9 से 10 माह का समय लग जाता है .
ऐसे में यूनियन मांग करती है कि वर्तमान कार्यभार के अतिरिक्त कार्यभार ही अभिलंब मॉगवाने की व्यवस्था किया जाए ताकि हमारा यह कारखाना का उत्पादन कार्य निर्बाध रूप से चलता रहे.
इस अवसर पर मुख्य रूप से ए के उपाध्याय, बी बी सिंह, मोहन राम ,मीनू कुमारी ,पिंकी कुमारी, संजय कुमार शर्मा, राकेश कुमार सिंह ,करमजीत प्रसाद, महेश कुमार ,संतोष कुमार, दिनेश कुमार सिंह, प्रशांत कुमार, सुनील कुमार श्रीवास्तव, प्रभात कुमार, जीत बहादुर थापा, ऋषिकेश यादव ,असलम आरजू, नारद मुनि राय आदि सहित अन्य यूनियन पदाधि