चंदौलीः खबर यूपी के जनपद चंदौली से है. कहते हैं भारत देश के विकास में गाँव की भूमिका काफी अहम मानी जाती है। वो इसलिए भी है कि भारत देश की ज्यादातर आबादी गाँव में बसती है। अगर गाँव का विकास सही तरीके से हो गया तो देश का भी विकास होगा। क्योंकि गाँव तरक्की करेगा तो देश भी तरक्की करेगा। इसीलिए शहरों का विकास करने के बाद सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ अब गांवों के विकास के लिए निरंतर प्रयासरत दिखाई दे रहे हैं। सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ के द्वारा गांवों के विकास के लिए कई आवास, शौचालय,मनरेगा जैसी महत्वपूर्ण योजनाएँ साफ तौर पर देखा जा सकता है। जेसीबी मशीन से खुदाई करवाकर बड़े आराम से उस काम पर मस्टररोल जारी करवा लिया जाता है।और उस काम को प्रधान और सेक्रेटरी मनरेगा से होना दिखाकर पैसा भी निकाल लेते हैं। जबकि सरकार का सख्त निर्देश है कि किसी भी ग्राम पंचायत या क्षेत्र पंचायत में जेसीबी मशीन से काम कराया जाता है तो संबंधित सेक्रेटरी,प्रधान और क्षेत्र पंचायत सदस्य पर तत्काल मुकदमे की कार्यवाही की जाएगी। लेकिन सरकार का ये आदेश अधिकारियों की उदासीनता के चलते बेअसर दिखाई दे रही है।
पूरा मामला शहाबगंज विकासखण्ड क्षेत्र के बरांव गाँव का है। जहाँ ग्राम प्रधान अभय मौर्य के द्वारा अमृत सरोवर के तहत सरकारी तालाब में मनरेगा मजदूरों से कार्य न कराकर जेसीबी मशीन से कार्य कराया जा रहा था। तालाब खुदाई के साथ मोटे और बड़े पेड़ को भी उखाड़ा जा रहा है। जब कि पेड़ उखाड़ने के लिए प्रधान के द्वारा वन विभाग से परमिशन भी नहीं लिया गया है। जिसका ग्रामीणों ने पुरजोर विरोध किया। लेकिन प्रधान पर विरोध का कोई असर नहीं दिखा। थक हारकर ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने जेसीबी को बन्द करा दिया। लेकिन पुलिस के जाने के बाद प्रधान ने पुनः जेसीबी मशीन से तालाब की खुदाई शुरू कर दिया। हालांकि रोजगार न मिलने का दर्द गरीब जनता के चेहरे पर साफ दिखाई दे रहा था। कही न कही गांव की जनता प्रधान के रवैये के चलते अपना व अपने परिवार का पेट पालने के लिए गाँव छोड़कर शहर में मजदूरी करने के लिए मजबूर हैं। हालांकि शहाबगंज ब्लॉक में भ्रष्टाचार का ये पहला मामला नहीं है । पूर्व में भी इसी तरह के कई मामले आ चुके हैं। लेकिन ब्लॉक में बैठे जिम्मेदार अधिकारियों के मिलीभगत से धड़ल्ले से भ्रष्टाचार का खेल चल रहा है। प्रधान और सेक्रेटरी गरीब जनता के हक डाका डाल रहे हैं।
बाईट - एस. एन. श्रीवास्तव, सीडीओ चंदौली
जब मामले में सीडीओ एस एन श्रीवास्तव से बात की गई तो उन्होंने बताया कि अभी अभी ये ज्ञात हुआ है कि बरांव गाँव में जेसीबी मशीन के द्वारा सरकारी तालाब की खुदाई किया जा रहा है। जो कि शासनादेश का उल्लंघन है।और इसमें जो भी लोग जुड़े हुए हैं जो भी लोग गलत काम कर रहे हैं। उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जाएगी। निश्चित रूप से दोषियों को छोड़ा नहीं जाएगा यदि एफआईआर की जरूरत पड़ी तो दोषियों पर एफआईआर भी दर्ज कराया जाएगा। हालांकि शहाबगंज ब्लॉक में मनरेगा योजना में धांधली की शिकायत बहुत ज्यादा मिल रही है। मनरेगा योजना में हुई धांधली की जाँच के लिए टीम गठित की जाएगी। और जाँच रिपोर्ट में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी । अब ये देखना दिलचस्प होगा कि मामला सीडीओ साहब के संज्ञान में आने के बाद कार्यवाही होती है या मामला पूर्व की भांति ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है।