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मिर्जापुरः अन्न दाता मंच द्वारा अहरौरा और जरगों बांध को तत्काल खोले जाने की मांग को लेकर उपजिलाधिकारी चुनार, मीरजापुर को ज्ञापन सौंपा गया. पत्रक के माध्यम से अवगत कराया गया कि इस वर्ष बरसात कम होने के कारण धान के फसल की रोपाई अभी तक पुरा नहीं हो सका है. 


मीरजापुर जिले भर में यदि कहीं थोड़ा बहुत धान की रोपाई हुआ भी है तो किसान अपने निजी संसाधनों से काफी धनराशि व्यय करके किये है।अब धान की रोपाई के लिए मात्र दस दिन का समय और रह गया है। यदि दस दिन के भीतर धान की रोपाई हो गया तो ठीक, नहीं तो फिर सूखा तय है. अगर २० अगस्त के बाद बाढ़ भी आ गया तो वहीं बात होगी कि का बरखा जब कृषि सुखाने. यानि कि 20 अगस्त तक किसी भी सूरत में धान की रोपाई हो ही जानी चाहिए. वर्तमान समय में जरगों और अहरौरा दोनों बांधों में किसानों के बाकी खेतों की रोपाई कराने भर के लिए प्रर्याप्त पानी एकत्रित है और रोज कुछ न कुछ पानी बढ़ ही रहा है. यदि तुरंत नहरों में पानी खोल दिया जाए तो लगभग दस दिनों में किसानों के खेतों की रोपाई पुरा हो सकता है।           
सुनने में आया है कि उक्त दोनों बांधों में सुखे को ध्यान में रखते हुए पानी को हर घर जल नल योजना के लिए सुरक्षित रखा गया है।जबकि अन्न दाता मंच का मानना है कि पहले अन्न के उपज की व्यवस्था सुनिश्चित करने की जरूरत है,फिर पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित करें।क्योंकि अभी बरसात के मौसम का काफी समय बाकी है और भविष्य में बरसात होने पर सारे बांध भर भी सकते हैं।लेकिन धान के रोपाई का समय निकल गया तो फिर हाथ मलने के सिवा कुछ भी नहीं बचेगा। 
पत्रक देने वालों में अन्न दाता मंच के संयोजक चौधरी रमेश सिंह सहित सुजीत सिंह,अशोक सिंह,अरविंद कुमार,अवधेश कुमार,विपिन सिंह,बनारसी सिंह, राजेश सिंह,रामचरन सिंह आदि लोग मौजूद रहे। चौधरी रमेश सिंह द्वारा यह भी कहा गया कि यदि आज 10 अगस्त को सांम तक दोनों बांधो को नहीं खोला गया तो बांधों को खोलने की मांग को लेकर अन्न दाता मंच द्वारा सैकड़ों किसानों सहित दिनांक 22 अगस्त 2023 को दिन में 11 बजे भाईपुर बैरियर चौराहे पर धरना-प्रदर्शन किया जाएगा।जिसकी सारी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी।पत्रक लेते समय उपजिलाधिकारी महोदय द्वारा आश्वस्थ किया गया कि आज सायं तक दोनों बांध खुल जायेंगे


 

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