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आगराः डौकी के फतेहाबाद तहसील के गांव पैतीखेड़ा में अवैध पटाखा फैक्ट्री में बीते दिन भीषण आग लग जाने से गांव के लोगों में दहशत है. फैक्ट्री के पास बने लगभग 200 मीटर दूर एसआरडी कान्वेंट स्कूल के पढ़ने वाले छात्रों में अफरा-तफरी मच गई. फैक्ट्री में आग लगने के बाद दूसरे दिन ही वीडियो एवं फोटो वायरल होने  लगे. आग लगने के बाद फैक्ट्री में काम कर रहे 30 से 40 मजदूर लोग जान बचाकर भाग गए. फैक्ट्री में काफी बड़ी मात्रा में बारूद में आग लगी और आग लगने के बाद बारूद घंटो तक आवाज के साथ धू-धू कर जलती रही. सभी पटाखे व बारूद जलने व फटने के बाद ही पटाखा फैक्ट्री में लगी आग पर काबू पाया गया.

 वहीं, पटाखा फैक्ट्री गांव के बाहर तालाब के किनारे चारों ओर त्रिपाल तानकर बड़े पैमाने पर पटाखे,धमाकेदार आतिशबाजी व जलने वाली तिलिया बड़ी मात्रा में बनाई जा रही थी. थाना डौकी पुलिस मौके पर पहुंची और घटना का जायजा लिया. वहीं जानकारी के मुताबिक फैक्ट्री अजीज खान तथा पार्टनर मेरठ का बताया जा रहा है. आतिशबाजी फैक्ट्री के पास बनी कच्ची कोठरियों में माल जलने व फटने से सुरक्षित बच गया. जिसको मैक्स के द्वारा कहीं बाहर भेज दिया गया. पैंतीखेड़ा के स्थानीय लोगों के द्वारा कई बार इसका विरोध भी किया है।लेकिन इस पर कोई अमल नहीं किया. आखिर बड़ा सवाल है कि छोटे लाइसेंस की आड़ में इतना बड़ा कारखाना कैसे चल रहा है? जिसमें महिला पुरुषों के साथ नाबालिग बच्चे भी काम करते है. पटाखा फैक्ट्री में आग बुझाने की कोई भी सुविधा काम ना आई, बड़ी घटना होने से बच गई. आखिर फैक्ट्री के लाइसेंस धारक मानक सुविधा एवं बचाव तथा उपाय को लेकर कब तक जांच एवं कार्यवाही हो पाएगी.

गौरतलब है, कि पूर्व में भी इसी फैक्ट्री में पटाखों में धमाका हुआ था जिससे पैंतीखेड़ा निवासी वीरेंद्र कुशवाह के छोटे-छोटे बच्चों के साथ करीब आधा दर्जन बच्चे खेल रहे थे, धमाके की चपेट में आने से बच्चे बुरी तरह घायल हो गए थे. पूरा मामला पुलिस के संज्ञान में आया लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि अवैध पटाखा फैक्ट्री पुलिस की मिलीभगत से फल फूल रही है, आखिर बड़ा सवाल बना हुआ है कि थाना डौकी क्षेत्र की पुलिस ग्रामीणों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ कब तक करती रहेगी. ग्रामीणों ने मांग की है, कि पुलिस कमिश्नर आगरा व उच्चाधिकारियों को मामले की गंभीरता को देखते हुए कड़ी से कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए.

रिपोर्ट- आरती यादव

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