भदोहीः सीतामढ़ी स्थित कमला देवी मेमोरियल पब्लिक स्कूल में आजादी के अमृत महोत्सव को बड़े ही धूमधाम से मनाया गया जिसमें विद्यालय के बच्चों ने प्रति भाग लिया वहीं विद्यालय के प्रधानाचार्य रागिनी सिंह ने अपने वक्तव्य मे कहा कि 17 वीं शताब्दी की शुरुआत में अंग्रेज व्यापारी भारत में व्यापार करने के लिए आए और उन्होंने भारत में ईस्ट इंडिया कंपनी की स्थापना की जिसने बाद में अपनी सैन्य ताकत बढ़ाकर 1757 में प्लासी का युद्ध जीतकर भारत में अपने पैर जमाना शुरू कर दिया। ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने धीरे-धीरे करके संपूर्ण भारत पर अपना अधिकार बना लिया या सभी राजाओं को अपने अधीन कर लिया। भारतीय आजादी के लिए वैसे तो कईं संघर्ष होते रहे लेकिन सबसे बड़ा प्रथम संघर्ष 1857 में रानी लक्ष्मीबाई तात्या टोपे, मंगल पांडे जैसे वीरो की अध्यक्षता में हुआ।
लेकिन वो असफल तो रहा फिर भी उसने अंग्रेजी शासन की नींव हिला दी थी जिसके बाद ईस्ट इंडिया कंपनी का शासन भारत से खत्म हुआ और सीधा ब्रिटिश क्रॉउन भारत पर शासन करने लगा लेकिन भारतीयों को ब्रिटिश शासन बिल्कुल पसंद नहीं आने लगा और उन्हें चाहिए था स्वराज जिसके लिए उन्होंने लगातार शांति और युद्ध दोनों तरीके से संग्राम जारी रखा और बाद में उनका ही नतीजा भारत को आजादी मिली लेकिन दो भागों में बंटकर 14 अगस्त 1947 को पाकिस्तान को आजाद किया गया और 15 अगस्त 1947 को भारत आजाद हुआ। कार्यक्रम का संचालन रागिनी सिंह, अनुष्का सिंह, आराधना सिंह, मान्सी सिंह, रीना सिंह, एसपी सिंह, रमाशंकर मिश्रा, संदीप वर्मा, श्रेया दुबे, माध्वी दुबे, आकांक्षा सिंह, अंजली मिश्रा, आदि क्षेत्र के संभ्रांत गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
रिपोर्ट- विजय तवारी