Shaurya News India
इस खबर को शेयर करें:

आगराः  बुधवार को एक बैठक हुई जिसमें कुछ पूर्व पार्षदों ने सम्मिलित रूप से निर्णय लिया की आगरा की जनता की समस्याओं से लड़ने के लिए आगरा के पूर्व पार्षदों को एकत्र कर जिन्हें पूरी जानकारी है एवं वह शहर के लिए कुछ करना चाहते हैं राजनैतिक हितों से परे हटते हुए पूर्व पार्षद महासंघ के निर्माण के लिए एक स्वर में बात रखी । इस महासंघ के माध्यम से शहर की विभिन्न समस्याओं के निराकरण का प्रयास किया जाएगा इसका किसी भी प्रकार से किसी भी राजनीतिक दल से कोई लेना-देना नहीं होगा नही राजनीतिक टीका टिप्पणी की जाएगी लेकिन आम नागरिकों को मिलने वाले अधिकारों में हो रही कठिनाइयों को दूर करने के लिए अपनी आवाज को उठाने का मंच होगा इसी क्रम में आज आगरा नगर निगम शासन के द्वारा ट्रांसफर किए जाने के बावजूद भी कुछ कर्मचारी अधिकारी आज भी आगरा में ही कार्यरत हैं जबकि शासनादेश है कि यदि किसी का हस्तांतरण हो गया है और वह उसी जिले से अपनी तनखा लेता है तो उसका निलंबन करा जा सकता है लेकिन आगरे में तैनात नगर निगम में कुछ अधिकारी शासन से भी ऊपर हो गए हैं और हस्तांतरण के बावजूद भी शहर में डटे हुए हैं जिन को रिलीव करने की जिम्मेदारी आगरा नगर आयुक्त की होती है अगर उनके द्वारा एक हफ्ते के अंदर हस्तांतरित हुए अधिकारियों को तत्काल रिलीव नहीं करा जाता है तो 1 हफ्ते के बाद नगर आयुक्त के निवास के बाहर पूर्व पार्षद महासंघ के द्वारा धरने का आयोजन किया जाएगा आज की बैठक में प्रमुख रूप से कमलेश जाटव कपिल बाजपेई दीपक अग्रवाल राहुल चौधरी अनिल मिश्रा पूर्व पार्षद उपस्थित रहे.

रिपोर्ट- आरती यादव
 

इस खबर को शेयर करें: