Shaurya News India
इस खबर को शेयर करें:

वाराणसीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काशी के अस्सी घाट पर हावड़ा चलाकर स्वच्छता अभियान का आगाज किया था. जय मां गंगा सेवा समिति पीएम कि इस बार को आगे बढ़ाने का काम कर रही है समिति की ओर से जागृति को निर्मल रखने के लिए नियमित लोगों को शपथ दिलाई जाती है. इसके बाद ही गंगा आरती की शुरुआत होती है. भैया प्रयास में रंग ला रहा है धीरे-धीरे ही सही लेकिन गंगा को साफ सुथरा रखने के लिए अब लोगों में चेतना जागृत हो रही है.

समिति की ओर से पिछले कई माह से घाट पर होने वाली गंगा आरती में शामिल होने वाले दर्शनार्थियों को मां गंगा स्वच्छ और निर्मल रखने की शपथ दिलाई जाती है. स्वच्छता शपथ दिलाने का जय मां गंगा सेवा समिति का मुख्य उद्देश्य की गंगा जिस तरह से स्वच्छ निर्मल प्रभावित हो रही है. उसी तरह हमारे आने वाली पीढ़ियों के समय भी स्वच्छ और निर्मल प्रभावित हो. घाट पर गंगा आरती देखने के लिए प्रतिदिन हजारों की संख्या में श्रद्धांजलु उपस्थित होते हैं. उन्हें गंगा निर्मली करण की शपथ दिलाई जाती है. संस्था के अर्चक और सदस्य भी उपस्थित रहते हैं. गंगा को स्वच्छ रखने का यह अनूठा प्रयास धीरे-धीरे रंग ला रहा है.

लोगों को शपथ दिलाने के बाद मां गंगा की आरती शुरू होती है. समिति के अध्यक्ष पंडित बलराम विश्व और संजीव अरोड़ा पर नियमित शपथ कार्यक्रम आयोजित कराने की जिम्मेदारी है. जय मां गंगा सेवा समिति के कार्यकर्ता विकास पांडे ने बताया कि समिति के अध्यक्ष पंडित बलराम मिश्र ने लोगों को प्रतिदिन शपथ दिलाने की पहल की. समिति समाज सेवा के कार्यों में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लेती है. कोविड-19 मैं भी समिति की ओर से जरूरतमंद लोगों को प्रतिदिन घाट पर भोजन उपलब्ध कराने का कार्य शुरू किया गया जो निरंतर जारी है.

रिपोर्ट- मंजू द्विवेदी

इस खबर को शेयर करें: