Shaurya News India
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वाराणसीः श्री रामानन्द विश्वहितकारिणी परिषद् द्वारा संचालित श्रीराम मन्दिर, काश्मीरीगंज, खोजवाँ वाराणसी के तत्वावधान में आज प्रातःकाल 7 बजे से ही श्री गुरु पादुका पूजन प्रारम्भ हो गया. सर्वप्रथम वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ हिरण्यगर्भ भगवान का पूजन किया गया. परम पूज्य जगद्गुरू अनन्तानन्द द्वाराचार्य स्वामी डॉ. रामकमलदास वेदान्ती जी महाराज के कृपापात्र शिष्य संत श्री हरिहर दास जी महाराज ने गद्दी पर स्थापित श्री स्वामी जी का सविधि पूर्वक पूजन किया एवं गुरू परम्परा का पूजन किया. तदुपरान्त देश-विदेश से हजारों की संख्या में पधारे श्रद्धालु भक्तगणों ने अपने स्वामी वेदान्ती जी महाराज की चरण पादुका को पखारकर व माल्यार्पण करके पूजन अर्चन किया. 

पूजन हो जाने के पश्चात् संत श्री हरिहर दास जी महाराज ने सभी भक्तो को गुरू महिमा पर उपदेश देते हुए कहा कि गुरूपूर्णिमा पर्व व्यक्ति के जीवन में विद्यमान अज्ञान और बुराइयों नष्ट करने के लिए आता है गुरु वह मार्गदर्शक है जो पथ भ्रमित प्राणियो को ईश्वर भक्ति के माध्यम से मानव जीवन को सार्थक करने की प्रेरणा देता है. तत्पश्चात् 9 बजे से काशी के सुप्रसिद्ध कलाकारों में श्री विजय कपूर जी (हारमोनियम), श्री व्यासमौर्या जी (हारमोनियम), श्री बलराम मिश्र जी (तबला), श्री शेखर जी (पैड), श्री दिलीप जी (बन्जो) द्वारा संगीत का कार्यक्रम लगभग 12 बजे तक चलता रहा. ठीक 12 बजे कान्फ्रेंसिग के माध्यम से शुभाशीर्वचन दिया. 

अपरान्ह में कवि सम्मेलन, विद्वत सम्मेलन और कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया गया. श्रीरामानन्द विश्वहितकारिणी परिषद् के सचिव पं० रामभरत शास्त्री जी ने समूची व्यवस्था को संभाल कर रखा एवं कार्यक्रम के अन्त में सभी का धन्यवाद ज्ञापन किया.

रिपोर्ट- अनंत कुमार

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