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चंदौली: पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार मंगलवार को ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन के कार्यकारिणी समिति के बैठक में लिए गए निर्णय के आलोक मे यूनियन प्लान्ट डिपो शाखा के तत्वावधान में मुख्य कारखाना प्रबंधक कार्यालय प्रांगण में भारत सरकार के कर्मचारी विरोधी नीतियों एवं प्लान्ट डिपो प्रशासन द्वारा रेल कर्मचारियों के समस्याओं के निराकरण में की जा रही हीला हवाली के विरोध में विशाल विशाल प्रदर्शन किया गया.


रेल कर्मचारी प्लान्ट डिपो इंजीनियरिंग कारखाना के मुख्य गेट पर इकट्ठा होकर रेल प्रशासन एवं भारत सरकार के विरोध में नारे लगाते हुए जुलूस के रूप में कारखाना के मुख्य गेट से मुख्य कारखाना प्रबंधक कार्यालय में पहुंचे जहां भीड़ सभा में तब्दील हो गई. प्रदर्शन की अध्यक्षता शाखा अध्यक्ष एस पी सिंह ने किया.


इस अवसर पर केंद्रीय अध्यक्ष डी के पांडेय ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि यूनियन के आंदोलन के चलते स्पष्ट रूप से कहा जा सकता है कि रेलवे का निजीकरण नहीं होगा, परंतु माननीय वित्त मंत्री द्वारा राष्ट्रीय मुद्रीकरण पाइपलाइन परियोजना की घोषणा ने भारतीय रेल को 1.5 करोड़ की कुल संपत्ति को बेचने का प्रस्ताव सम्मिलित है। जिसमें 400 रेलवे स्टेशन ,90 यात्री गाड़ियां ,1400 किलोमीटर रेलवे ट्रैक ओएचई, 741 किलोमीटर कोंकणरेलवे, 265 गुड्स शेड, 15 रेलवे स्टेडियम तमाम रेलवे कॉलोनी और चार पर्वतीय रेलवे स्टेशन और 763 किलोमीटर डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर शामिल है का मुद्रीकरण करने की योजना प्रस्तावित हैं.

केंद्रीय महामंत्री एस एन पी श्रीवास्तव ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि रेलवे को बचाने के लिए हमें जनता का सहयोग लेना होगा क्योंकि निजी करण से सबसे अधिक मुश्किल आम जनता को होने वाली है। इसीलिए हमें जनजागरण कर इसे जन आंदोलन बनाना होगा ,तभी हम इस सरकार को पूरी ताकत के साथ मुकाबला कर पाएंगे.

महामंत्री ने कहा कि न्यू पेंशन को लेकर हमारा विरोध जारी है यूनियन की कोशिश है कि पुरानी पेंशन को तत्काल बहाल किया जाए। युवाओं को सावधान करते हुए कहा कि पुरानी पेंशन की बहाल करने की लड़ाई तो हम लड़ रहे साथ ही हमें रेल को बचाने की भी लड़ाई उसी ताकत और शिद्दत से लड़नी होगी ,क्योंकि पुरानी पेंशन बहाली की लड़ाई हम जीत ले लेकिन रेल बचाने की लड़ाई हम हार गए तो यह जीत बेमानी साबित होगी. आगे इन्होंने रेल कर्मचारियों को आह्वान किया कि हमें रेल बचाने के लिए कोई भी कुर्बानी देनी होगी हम सभी इसके लिए तैयार रहेंगे.

केंद्रीय संगठन मंत्री बी बी पासवान ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि प्लान्ट डिपो इंजीनियरिंग कारखाना  अंतर्गत संरचनाशाला अनुभाग के नियमित कार्यों को रेल प्रशासन द्वारा आउटसोर्सिंग किया गया है जबकि रेल कर्मचारियों की संख्या के अनुसार उन्हें ही कार्य करने के लिए कार्य नही हैं,इसके बावजूद कार्यों को आउटसोर्सिंग किया जा रहा है. कारखाना के पास वर्ष-2022-23  के लिए मुख्यालय द्वारा लगभग 2600 एमटी उत्पादन लक्ष्य रखा गया है इसके परिपेक्ष्य में 220 एमटी  उत्पादन किया जाना हैं इस प्रकार सिर्फ़ 12 से 13 महीने का कार्यभार ही कारखाना के पास है उन्होंने कहा कि प्लान्ट डिपो कारखाना अंतर्गत यंत्रशाला अनुभाग के क्रासिंग का कार्य एवं फ्लैशवट्ट वेल्डिंग प्लान्ट का रेल वेल्डिंग कार्य को  बंद कर दिया गया हैं. जिसे अविलंब चालू करने की आवश्यकता है.

कारखाना कर्मचारियों को सेफ्टी बूट 2019 से ही वितरण नहीं कराया जा रहा है जिसके कारण आए दिन कर्मचारी दुर्घटना के शिकार हो रहे है अतः अविलंब वितरण कराने व्यवस्था करायी जाए. केन्द्रीय कार्यकारी अध्यक्ष मिथलेश कुमार ने सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि पीडी इंस्टिट्यूट मैनेजिंग कमेटी का चुनाव 1 साल समय व्यतीत होने के बाद भी नहीं कराया गया है.

 

उन्होंने कॉलोनी स्थित आवासों की समस्याओं को उठाते हुए कहा कि इंजीनियरिंग विभाग द्वारा असुरक्षित आवासों को तोड़ दिया गया ,परंतु उसके स्थान पर कोई नया आवास निर्माण नहीं कराया गया है. आवासों की  हालत मरम्मत के अभाव में काफी जर्जर स्थिति में हैं. इस मुद्दे को रेल प्रशासन के समक्ष उठाया जाता है परंतु कोई समाधान नहीं निकाला जाता है . कारखाना स्थित हेल्थ यूनिट में नियमित रूप से डॉक्टरों की उपस्थिति सुनिश्चित कराया जाए साथ ही साथ एक ड्रेसर की पदस्थापना सुनिश्चित कराया जाए।अंत में कर्मचारी की समस्याओं से संबंधित मांग पत्र कारखाना शाखा मंत्री सुल्तान अहमद द्वारा मुख्य कारखाना प्रबंधक,पीडी  के प्रतिनिधि मनोज पासवान सहायक कार्मिक अधिकारी को सौंपा गया है. जिस पर सहायक कार्मिक अधिकारी ने समस्याओं को संबंधित अधिकारियों के समक्ष प्रस्तुत कर उचित समाधान का आश्वासन दिया.

मौके पर मुख्य रूप से मिथलेश कुमार,एसएसडी मिश्रा,केदार प्रसाद,रमेश चन्द्रा,बीबी पासवान,सुल्तान अहमद,मुकेश सिंह, भईया लाल,श्रीराम सिंह,अशोक सिंह,जे0के0 सिंह,शोभनाथ सिंह, सी0बी0राय,ए0के0 उपाध्याय, केदारनाथ तिवारी, मोहन राम, रामजी यादव, दिनेश कुमार सिंह, बीबी सिंह, बृजमोहन लाल ,अरविंद कुमार ,रमेश कुमार श्रीवास्तव ,संजय कुमार, विजय बहादुर प्रताप सिंह, कृष्णा साह, जीत बहादुर थापा, राकेश कुमार सिंह ,ऋषिकेश यादव ,करमजीत प्रसाद ,महेश कुमार ,संजय कुमार शर्मा ,इमरान खान, मुकेश पासवान, चंद्रिका यादव, मीनू श्रीवास्तव ,पिंकी कुमारी,रिता देवी,संतोषिला,रवि रंजन सिंह ,कृष्णकांत पाल ,असलम आरजू आदि सहित हजारों रेलकर्मी मौजूद रहे.


रिपोर्ट- कमलेश तिवारी

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