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वाराणसी: बुधवार को एनआईए (राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण) ने बनारस के खजुरी मोहल्ले से आतंकी वासित कलाम सिद्दीकी को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि एनआईए ने उसकी गतिविधियों की कई जानकारी को गापनीय रखा है। उसके आकाओं की जांच की जा रही है। एनआईए गुरूवार को उसे दिल्ली कोर्ट में पेश करेगी। 

बनारस तो बहुत पहले से संवेदनशील ही नही अति संवेदनशील रहा हैं। यहां पांच आतंकी घटनाओं के कईयों लोग जान गवा चुके और कई जख्मी हो चुके हैं। बनारस के आंतकी जख्म के निशान रह-रहकर हरे होते रहते हैं।


एनआईए की जारी सूचना के मुताबिक वासित ने आंतकी संगठन आईएसआईएस से खतनारक बम वनाने की ट्रेनिंग ली। इसके अलावा आईएसआईएस के हार्डकोर आतकियों से जुड़कर भारत विरोधी गतिविधियों को संचालित कर रहा था। यही नही वह बनारस और आसपास के अलावा देश के मुस्लिम युवाओं को आईएसआईएस के शामिल होने के लिए प्रेरित कर रहा था। महज 25 साल का वासित आतंकी घटनाओं को अंजाम देने की गतिविधियों में भी संलिप्त रहा है। उसने खतरनाक विस्फोटक बनाने की आईएसआई के मास्टर ट्रेनरों से ट्रेनिंग ली है और वह युवाओं को ट्रेनिंग देने में जुटा रहा।

इसके अलावा भी उसकी कई संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी मिली है। इसके साथ ही बनारस में उसे संरक्षणदाताओं के बारे में भी जानकारी मिली

वासित मुस्लिम युवाओं को कट्टरपंथी और हिंसक जिहाद छेड़ने के लिए भर्ती करने का काम करता था।

गुरुवार को दिल्ली की कोर्ट में पेश किया जाएगा। पकड़े गए संदिग्ध आतंकी का नाम बासित कलाम सिद्दीकी है। वॉयस ऑफ हिंद मॉड्यूल का खुलासा किया। इसके बाद आईएसजेके के तथाकथित आमिर उमर निसार उर्फ ​​कासिम खुरासानी समेत 6 आरोपियों को पकड़ा। इनसे पूछताछ में जानकारी मिली थी कि यह आतंकी संगठन संशोधित रणनीति के तहत एक नई ऑनलाइन पत्रिका वॉयस ऑफ खुरासान के लिए ऑनलाइन प्रचार कर रहे थे। इसे बढ़ावा दिया जा रहा था।

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