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सिंगरौली : जिले का इन दिनों चर्चित थाना बरगवां अवैध डीजल के कारोबार को बढ़ावा देकर सम्मानित हो रहा है. बरगवां कसर मार्ग के ढावे भोजन की वजाय डीजल उगल रहे है और कारोबारी व पुलिस मालामाल हो रही है. क्या इस बात की भनक बरगवां थाना प्रभारी को नहीं है की उनके कारखास धन उगाही में लगे हुये है. कप्तान साहब यह कैसा निर्देश अपने मातहतो को दे रखे है.


बरगवां इलाके के भ्रमण के दौरान जो वस्तु स्थिति देखी गई वह देख कर अचंभा लगा। बरगवां से लेकर गोदवाली, कसर मार्ग में जितने भी ढाबे व गोमती चल रही है. इन ढाबे व गोमतियों भोजन की बजाय अवैध डीजल का कारोबार चल रहा है. मजे की बात तो यह है कि हाइवा ट्रेलर से लेकर जितने भी बड़े वाहन इन ढाबों और गोमतियों पर खड़े होते है, तो जरकिन लग जाती है. छोटे से बड़े वाहनों को डीजल उपलब्ध कराया जाता है.


आखिर इतना डीजल आता कहा से है. जब इस कारोबार को देखने के बाद तस्वीर लेने की बारी आई तो मोबाइल से इस अवैध धंधे की क्लीप खीची गई. इतने में जो जरकिन रखी हुई थी उसे हटा दिया गया और आवाज आई की फोटो किस लिये खीच रहे है.


क्या करेंगे तो बोला गया कि न्यूज बनाई जायेगी। इतने में बोला कि जहां लिखना हो या छापना हो छाप देना क्योंकि यह जो धंधा चल रहा है हम लोगो के मनमुताबिक नही चलता है. यह तो धंधा चलवाया जा रहा है. इस तरह के लब्ज निकलते है तो बात साफ हो जाती है कि यह गोरखधंधा करने वाला सच बोल रहा है। ऐसी क्या मजाल की अपराधी अपराध कर दे. कही न कही पुलिस का गठजोड़ का ही नतीजा है कि बरगवां इलाके के कसर मार्ग आज अवैध डीजल से बरगवां के सम्मान पर धंब्बा लगा रहा है.

सूत्र बताते है कि यह धंधा लम्बे अर्से से बरगवां इलाके में बदस्तूर जारी है जिसकी जानकारी बरगवां थाना के जिम्मेदार अधिकारियों के साथ-साथ कारखासो को है. फिर भी कार्यवाही न होना इस बात संकेत है कि यह कारोबार पुलिस के संरक्षण में चल रहा या फिर इन्ही के इशारे पर चलवाया जा रहा है. एक तरफ जिले के कप्तान अपने अधिनस्तो को कार्यवाही के निर्देश दे रहे है.


वहीं दूसरी तरफ इनके जिम्मेदार अधिकारी आख में धूल झोकते हुये अवैध डीजल का कारोबार को बढावा दिलवा रहें है। आखिर ऐसे में कानून व्यवस्था पर सवाल खड़ा होना लाजमी है.
बरगवां इलाके में कौन है गोस्वामी विभाग से जुड़े हुये सूत्र बताते है कि एक गोस्वामी इस इलाके में डीजल का अवैध कारोबार कर रहा है. यहा प्रतिदिन डीजल आता है और निश्चित ठिकानों पर पहुचा दिया जाता है. सूत्र यह भी बताते है कि यह कारोबार सहयोग से कराया जा रहा है। दावा तो यह भी किया जाता है कि तकरीबन 12 हजार रुपये प्रतिमाह दिया जाता है ताकि संरक्षण मिला रहे और धंधा दिन दुना तरक्की करता रहे.


बताया जाता है कि बरगवां से लेकर गोदवाली क्षेत्र इस धंधे में फल फूल रहा है तभी तो कहा जा रहा है कि कही न कही पुलिस का संरक्षण प्राप्त है। जिस वजह से ऐसे लोगो पर कार्यवाही नही हो रही है.


पुलिस अधिकारियों का मिला है संरक्षण स्थानीय सूत्रो कि बातों पर गौर करे तो बरगवां थाना क्षेत्र में जो यह गोरखधंधा चल रहा है। उसके पीछे बरगवां पुलिस का संरक्षण होना बताया जाता है। यह धंधा काफी लम्बे अर्सें से चल रहा हैत इस धंधे में लाखो रुपये की आमदनी हो रही है। जिस वजह से बरगवां पुलिस खुला संरक्षण दे रखी है।

 

सूत्र यह भी दावा कर रहे है कि यह धन उगाही थाना कारखास कर रहे है। तभी तो खुलेआम कारोबारी चैलेंज करते फिर रहे है। 


आखिर ऐसे अवैध डीजल के कारोबार पर पुलिस के जिम्मेदार अधिकारी कुम्भकर्णी निंद्रा में क्यो सो रहे है. इस खबर की पुष्टि हमारी अखबार नई बातें नहीं करती है लाले विश्वकर्मा पत्रकार के द्वारा यह खबर को प्रकाशित किया जा रहा है.

 

रिपोर्ट- आर के शर्मा

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