Shaurya News India
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वाराणसीः आज दिनांक 13 अगस्त 2022 को आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर पर्यटन अध्ययन संस्थान एवं राष्ट्रीय सेवा योजना ,महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के संयुक्त तत्वावधान में एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन पर्यटन अध्ययन संस्थान स्थित सभागार में किया गया. उक्त संगोष्ठी का विषय था 'भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में महिलाओं की भूमिका'. 

इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में अपने विचार व्यक्त करते हुए राष्ट्रीय सेवा योजना के समन्वयक डॉ. के के सिंह जी ने छात्र -छात्राओं के साथ अपने विचार  साझा किया उन्होंने बताया कि भारतीय महिलाओं ने ,चाहे वे किसी भी वर्ग, जाति या धर्म से जुड़ी हुई थी , स्वतंत्रता आंदोलन में अपनी सक्रिय सहभागिता निभाते हुए इस आंदोलन को सफल बनाने में अपनी भूमिका का निर्वहन किया. 

आपने बताया कि यह सत्य है कि ऐसी अनेक स्त्रियों के नाम हमें इतिहास में दर्ज नहीं मिलते, लेकिन हम उनके मूल्यवान सहयोग एवं समर्पण को अनदेखा नहीं कर सकते. हमारा आज का आजाद हिन्दुस्तान, हमारा आज का समाज उनके इस कर्तव्यनिष्ठ समर्पण के लिए सदैव उनका ऋणी रहेगा. कार्यक्रम का शुभारंभ बाबू शिव प्रसाद गुप्त एवं राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के चित्र पर माल्यार्पण के साथ हुआ.

 कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत पर्यटन अध्ययन संस्थान की निदेशक डॉ निशा सिंह, संचालन सहायक निदेशक डॉ नीरज धनकड़ एवं धन्यवाद ज्ञापन सहायक निदेशक डॉ किरन सिंह ने किया. इस संगोष्ठी में  डॉ संतीश कुशवाहा, डॉ अश्विनी सिंह सहित लगभग 40 स्वयंसेवको ने प्रतिभाग किया.

रिपोर्ट- अनंत कुमार

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