मीरजापुरः माननीय राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली एवं उ०प्र० राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ के निर्देशन में जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण मीरजापुर अनमोल पाल जी, एवं प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय दिवाकर प्रसाद चतुर्वेदी के संयुक्त अध्यक्षता में कल बुधवार को प्रस्तावित लोक अदालत में प्री-लिटिगेशन वैवाहिक व पारिवारिक मामलों को ज्यादा से ज्यादा संख्या में निस्तारण कराने का निश्चय किया गया है.
माननीय उच्च न्यायालय इलाहाबाद के निर्देशन में प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय दिवाकर प्रसाद चतुर्वेदी ने अवगत कराया कि वैवाहिक विवाद जो पति-पत्नी के दाम्पत्य सम्बन्धों में किन्ही कारणवश खटास होने के कारण विवाद उत्पन्न हुए है और उनके विवाद न्यायालय में लम्बित न हो, उन विवादों को सुलह-समझौता के माध्यम से ज्यादा से ज्यादा निस्तारण कराने का प्रयास किया जायेगा. जनमानस से अपील है कि यदि कोई पति-पत्नी के दाम्पत्य सम्बन्धों में उत्पन्न विवाद से संबंधित मामलों का प्रार्थना पत्र जिला विधिक सेवा प्राधिकरण मीरजापुर के कार्यालय में प्रस्तुत कर अपने-अपने विवादों को हल करा सकते है.
पूर्णकालिक सचिव प्रज्ञा सिंह ने बताया कि माननीय उच्च न्यायालय के निर्देशन पर प्री-लिटिगेशन (यानी जो विवाद न्यायालय में दाखिल नहीं हुए है) वैवाहिक विवादों के निस्तारण के लिए लोक अदालत का आयोजन दीवानी न्यायालय के प्रागंण में कल बुधवार को किया गया है. जनमानस से अपील है कि वैवाहिक विवाद जो अभी न्यायालय में दाखिल नहीं हुए है, उनमें समझौता कराने के लिए पीड़ित (पति) अथवा पीड़िता (पत्नी) अपना प्रार्थना पत्र जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यालय में प्रत्येक कार्यदिवस पर समय 10.30 से सांय 5.00 बजे तक प्रस्तुत करके पंजीकृत करा सकते है. दिनांक 22 अक्टूबर को दीवानी न्यायालय के सभागार में समझौता की बैठक तिथि नियत की गई है. पीड़ित एवं पीड़िता नियत तिथि को उपस्थित होकर इस महा अभियान का लाभ उठा सकते है.
रिपोर्ट- भोलानाथ यादव