Shaurya News India
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आगराः मुख्यमंत्री भ्रस्टाचार मुक्त प्रदेश बनाने और जल संरक्षण व पर्यावरण के प्रति सचेत और चिंतित हैं. दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश जल निगम के अधिकारी व कर्मचारी घोर लापरवाही करते हुए सरकारी फरमानों को पलीता लगा देते हैं. जिन्हें सरकार का कोई भय नहीं है. रायबरेली नगर पालिका परिषद का वार्ड नं 10 शिवाजी नगर में जल निगम की महीनों से टूटी पाइप से पानी सुबह-शाम बहता रहता है. टूटी पाइप के स्थान पर बड़ा से गड्ढा खोदकर डाल दिया गया. न गड्ढा बंद किया गया, न ही जल की बर्बादी रोकी गयी. जब सप्लाई बंद होती है तो, इसी पानी के साथ मिट्टी भी घुलकर वापस पाइपों में चली जाती हैं. लोग पीकर के बीमार हो रहे हैं.

अशोक कुमार गौतम, अनुराग सिंह गोलू, शत्रुघ्न सिंह, राकेश रस्तोगी, राजेश श्रीवास्तव आदि ने बताया कि जिस स्थान पर मोटी पाइप टूटी हुई है. वहाँ पर तीन रास्ते निकलते हैं, जिसके चलते अंधा मोड़ होने के कारण आए दिन बच्चे बूढ़े व स्कूटी सवार गिरकर चोटिल हुआ करते हैं. कार मुड़ नहीं पाती हैं. कई बार शिकायत करने के बावजूद भी मोटी तनख्वाह लेने वाले कोई भी अधिकारी या कर्मचारी पानी बंद करने के लिए प्रयास नहीं करते हैं. ऐसे में देखना होगा कि लापरवाह अधिकारियों कर्मचारियों पर कोई कार्यवाही भी की जाती है या जल निगम की लापरवाही के कारण कीचड़ भरी सड़क पर जनता को बदहाली के आंसू रोने के लिए फिर छोड़ दिया जाता है.

रिपोर्ट- आरती यादव

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