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सोनभद्रः देश कि धरोहर सोनभद्र कि शान फासील्स पार्क में कलमकार साथियों के साथ भ्रमण करने का मौका मिला इसी दौरान जेल अधिक्षक सोनभद्र सौरभ श्रीवास्तव से ओपचारिक मुलाकात हुई. उन्हें फासील्स जीवास्य का इतिहास से अवगत कराया गया.

साल्तान जीवाश्म पार्क, जिसे आधिकारिक तौर पर सोनभद्र जीवाश्म पार्क के नाम से जाना जाता है, भारत के उत्तर प्रदेश में एक जीवाश्म पार्क है. यह सोनभद्र जिले में राज्य राजमार्ग SH5A पर तहसील ओबरा थाना, थाना चोपन सलखन गांव के पास रॉबर्ट्सगंज से 12 किमी दूर स्थित है.

 पार्क में जीवाश्म लगभग 1400 मिलियन वर्ष पुराने होने का अनुमान है. सोनभद्र जीवाश्म पार्क में पाए गए जीवाश्म शैवाल और स्ट्रॉमैटोलाइट्स जीवाश्म हैं. यह पार्क कैमुर वन्यजीव अभयारण्य के निकट, कैमर रेंज में लगभग 25 हेक्टेयर क्षेत्र में फैला हुआ है. यह राज्य वन विभाग के अधिकार क्षेत्र में आता है. जीवाणुओं को 1930 के दशक के बाद से वर्तमान पार्क क्षेत्र में पाए गए जीवाश्मों से अवगत कराया गया है.

 इस क्षेत्र में शोध करने वाले लोगों में  ऑडेन 1933,  माथुर 19 58 और 1965,  प्रोफेसर एस कुमार 1 980-81 शामिल हैं.  इसके बाद, औपचारिक रूप से 8 अगस्त 2002 को जिला मजिस्ट्रेट भगवान शंकर द्वारा जीवाश्म पार्क के रूप में उद्घाटन किया गया.

दिसंबर 2002 में एक अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें भारत और विदेशों के 42 प्रतिनिधियों से भागीदारी आकर्षित हुई. कनाडाई भूवैज्ञानिक एचजे हॉफमैन जीवाश्मों से प्रभावित थे, और टिप्पणी की कि उन्होंने दुनिया में कहीं और ऐसे सुंदर और स्पष्ट जीवाश्म नहीं देखा है.

रिपोर्ट- अशोक कनौजिया

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