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अयोध्याः गुप्तार घाट पर स्थित श्री लक्ष्मी नरसिंह मंदिर के महंत चतुर्भुज दास उर्फ चंदा बाबा ने प्रेस वार्ता किया और बताया कि हमारे मंदिर तपस्वी छावनी की संस्था है और यहां पर पुजारी का निधन हो गया जिसको लेकर भंडारा होना है. लेकिन कुछ लोग हमारे मंदिर को कब्जा करना चाहते हैं. जिसको लेकर हमने पहले भी शासन प्रशासन को ज्ञापन दिया है और अवगत कराया है कि यह तपस्वी छावनी की शाखा है इसके कागज मौजूद है या उसी की परंपरा से महंत नियुक्त किए जाते हैं और मुझे नियुक्त किया गया है.

 मैं यहां का कार्यभार देख रहा हूं और यहा के पुजारी का निधन हो गया है. उसका संस्कार भी किया और भंडारा होना जिसको लेकर कुछ लोग भंडारा करा कर मंदिर को कब्जा करना चाहते हैं. उसको लेकर हमने अधिकारी को बताया अवगत कराया था जिसको लेकर पुलिस प्रशासन के अधिकारी ने दोनों पक्ष को बुलाया और कहा कि मंदिर परिसर में कोई भी भंडारा नहीं करेगा, जिसको भंडारा कराना है वह मंदिर के बाहर भंडारा करें.

 वहीं, चतुर्भुज दास उर्फ चंदा बाबा ने कहां की भंडारे में दोनों पक्ष के लोग एक दूसरे के भंडारे में नहीं जाएंगे वही चतुर्भुज दास उर्फ चंदा बाबा ने आरोप लगाते हुए कहा कि हमने अपने मंदिर के कमरे में ताला लगा रखा है जिसको विपक्षी कब्जा करने के लिए से ताला तोड़ना चाहते हैं. हमने इस पर पुलिस प्रशासन को अवगत भी कराया उस पर पुलिस प्रशासन के अधिकारियों ने कहा कि 27 दिसंबर तक अगर आप मजिस्ट्रेट से लिखवा करके देंगे तभी आप इस मंदिर में रहेंगे.

 पुलिस प्रशासन का कहना है कि यहां के लोग कह रहे हैं कि आप यहां पर स्थाई नहीं रहते हैं. उस पर चंदा बाबा ने कहा हमारे मंदिर के कई स्थान हैं जिसके लिए एक स्थान पर रहना संभव नहीं है इसलिए हम कभी-कभी यहां पर आते हैं लेकिन हमारी साखा के साधु संत इस आश्रम को देखते हैं इसलिए प्रशासन से अनुरोध है कि हमारे मंदिर का पेपर देखकर हम को न्याय दिया जाए. अगर यह नहीं दिया जाएगा तो हम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पास जाएंगे, नहीं तो आत्मदाह कर लेंगे.

रिपोर्ट- सोनू चौधरी

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