देशः मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपनी पुत्री परकला वांगमयी का विवाह बिना किसी होटल, रिसोर्ट, डेस्टिनेशन थीम , पॉलीटिकल अतिथि और वीआईपी व्यवस्था के किया है। परकला के पति प्रतीक भी प्रधानमंत्री कार्यालय में उच्चाधिकारी हैं।
विश्व की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के केंद्रीय वित्त मंत्री के कलम से एक हस्ताक्षर मात्र से अरबों रुपए इधर से उधर होते हैं। उनकी आंख के संकेत भर से आकाश के तारे टूट जाते हैं! ऐसे पदों पर बैठे हुए लोग अपनी पुत्री का विवाह इतना भव्य तरीके से कर सकते हैं। यह हम सभी के कल्पना से भी परे है। विवाह मन का विषय है। जिसे खजाने का विषय बना दिया गया है। निर्मला जी ने साहस दिखाया है।
समाज में ऐसे उदाहरण जितना ज्यादा सामने आएंगे उतना ही समाज के लिए बेहतर होगा। पूरे परिवार को बहुत-बहुत हार्दिक शुभकामनाएं जो हमारे समाज को भी एक अच्छा उदाहरण दे गई की शादी ऊंचे पद और पैसों की मोहताज नहीं मन अगर सच्चा हो तो कहीं भी वैवाहिक जीवन सुखी बिताया जा सकता है चाहे वह महल हो या फिर झोपड़ी। सादगी जीवन ही स्वयं के जीवन को सुख में बनाता है जो आज सबसे बड़ी मिसाल हमारे देश की सबसे ताकतवर मंत्री निर्मला सीतारमण जी हैं इनसे हम सभी को प्रेरणा लेनी चाहिए।
रिपोर्ट- मंजू द्विवेदी