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वाराणसीः गंगा के जलस्तर में 3 सेंटीमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से लगातार वृद्धि हो रही है. जलस्तर का शुक्रवार रात या शनिवार सुबह तक खतरे के निशान पर पहुंचने की संभावना है. आज मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह ने कमिश्नर और जिलाधिकारी के साथ बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का NDRF की टीम के साथ निरीक्षण किया साथ ही बाढ़ राहत सामग्री भी बांटी, तो वहीं गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र के हालत के बारे मे कमिश्नर दीपक अग्रवाल से बात कर बाढ़ की स्थिति और बाढ़ राहत शिविरों का हाल जाना था.

 आपको बता दें कि मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में नक्खी घाट, सरैंया और पुराने पुल का निरीक्षण किया और इस दौरान अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए और बताया कि आज निरीक्षण कर बाढ़ से हो रहे नुकसान को देखा गया है. इसके अलावा प्रधानमंत्री भी बनारस में बाढ़ से चिंतित हैं तथा  उन्हें यहाँ के लोगों की चिंता है क्योंकि उन्होंने गरीबी देखी है और उन्हें इन सब चीजों का एहसास है. उन्होंने कहा है कि कसी को भी कोई दिक्कत न होने पाए ऐसे में बाढ़ राहत सामग्री बांटी जा रही है. साथ ही बाढ़ राहत शिविरों में सभी सुविधाएं मुहैया कराई जा रही है. 

 जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि बाढ़ को लेकर जिला प्रशासन दस दिन पहले से ही अलर्ट है एक हफ्ते तक पानी बढ़ा था और फिर कम हो गया था. उस समय 4 राहत शिविर एक्टिव किये गए थे. गंगा में एक बार फिर पानी बढ़ने लगा है और गंगा वार्निंग लेवल के ऊपर 3 सेंटीमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से बढ़ रही है. उम्मीद है कि आज रात या कल सुबह तक सम्भवता पानी डेंजर लेवल पर पहुँच जाएगा.

साथ ही बताया कि इस समय वाराणसी में 11 राहत शिविर एक्टिव है जिनमे 1290 लोग रह रहे हैं. पिछले साल हमने 40 शिविर चलाए थे और इस वर्ष भी हमारी तैयारी पूरी है. हम पानी जैसे-जैसे बढ़ेगा लोगों को राहत शिविर में सकुशल पहुंचाएंगे, जिनके मकान तीन मंजिला और चार मंजिला हैं उनके घर तक हम राहत सामग्री पहुंचाएंगे.  


 

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