वाराणसीः रोहनिया-राजातालाब थाना क्षेत्र के इटही मरूई गांव में एक नवविवाहिता बहू बंदना केसरी 25 वर्षीया ने फांसी लगाकर जान दे दी। बंदना की शादी इसी साल 28 जनवरी को काशी केसरी के बेटे सूरज केसरी के साथ हुई थी। काशी केसरी अपनी पत्नी के साथ शहर के एक अस्पताल में बीमार चल रही पत्नी को दिखाने और दवा दिलाने गए थे। वापस लौट कर घर आए तो बहू दुपट्टे के सहारे पंखे से फांसी लगा ली थी.
काशी केसरी ने बताया कि उनको एक मात्र बेटा सूरज है। जिसकी शादी उन्होंने मिर्जामुराद में इसी साल 28 जनवरी को धूमधाम से की थी।उनका लड़का पास के ही जमुनी गांव में चौराहे पर मेडिकल की दुकान चलाता है। बुधवार की सुबह काशी केसरी अपनी पत्नी के साथ शहर के एक अस्पताल दवा लेने के लिए आए थे। लड़का मेडिकल की दुकान पर गया हुआ था।जब वे दोपहर बाद लगभग 2:30 बजे घर पहुंचे तो घर का दरवाजा अंदर से बंद था। खटखटाने और फोन करने के बाद भी घर का दरवाजा नहीं खुला तो वे बगल के ही घर के सहारे छत पर जाकर घर के अंदर गए। घर में बहू को पंखे के सहारे फांसी पर लटकता देख शोर मचाया और पुलिस को सूचना दी.
जक्खिनी पुलिस चौकी प्रभारी मौके पर पहुंचे और मौका मुआयना कर लाश को नीचे उतरवाया. काशी केसरी ने बहु की मृत्यु की सूचना अपने समधी तथा बहू के मायके में उसके पिता बाबूलाल को भी दिया. मिर्जामुराद निवासी बाबूलाल भी मौके पर पहुंचे और तरह तरह का आरोप लगाते रहे।
उनका कहना था कि उनकी बेटी ससुराल में प्रताड़ित की जा रही थी. शाम तक उन्होंने पुलिस को कोई लिखित सूचना नहीं दी थी. नवविवाहिता ने जिस कमरे में फांसी लगाया था. उसमें दो चारपाई पड़ी थी. साथ में एक कुर्सी भी थी जो नीचे गिरी पड़ी थी. लोगों का कहना था कि कुर्सी के सहारे फांसी लगाने के बाद बहू ने पैर से कुर्सी गिरा दिया होगा और फंदे पर झूल गई होगी. फॉरेंसिक टीम भी मौके पर पहुंच कर जांच पड़ताल किया. पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हेतु भेजा. फिलहाल पुलिस आगे की कार्रवाई में जुट गई है.
रिपोर्ट- जगदीश शुक्ला