वाराणसीः नगर निगम का हिस्सा होने से पहले जो सभासद कभी एक साथ मिलकर पालिका की किस्मत लिखा करते थे. अब टिकट के लिए एक दूसरे के प्रतिद्वंदी बन गए हैं. अचानक सभी को अपने दल की याद आ रही है. हर कोई पार्टी का वफादार कार्यकर्ता होने की दुहाई देते मिल रहा है. यह बदलाव निकाय चुनाव में देखने को मिल रहा है. वहीं आलम यह है कि बदलाव दलों से टिकट की चाह बदवान की वजह बन गई है.
जानकारी के अनुसार यहां के लगभग साढ़े तिरपन हजार अब सिर्फ तीन पार्शद चुनेगें. लिहाजा टिकट की मांग और जंग रोचक होती जा रही है. बदलते रिश्तों के बीच में कल तक नेताओं में के समर्थक, उन्हें जिताने के दावे किया करते थे. आज हकिकत यह है कि वे खुद ही टिकट मांगने लगे है.
रविवार को मेयर और नगरपालिका तथा नगर पंचायत अध्यक्षों के आरक्षण की घोषणा हुई और आरक्षण पर बहसों का दौर शुरू हो गया. किस दल से किसको टिकट मिलेगा किसे नहीं इसे लेकर लोगों के दावे दिन के साथ ही बढ़ता जा रहा है. चुनाव लड़ने के इच्छुक लोगों की संख्या में बेतहाशा बढ़ोतरी हो रही है.,
तीनों बोर्ड में ताल ठोक रहे हैं यह दमदार दिग्गजः दरसल तीनों वार्ड में दिलचस्प स्थिति बनती दिख रही है क्योंकि हर वोर्ड से दिग्गजों संग मठाधीश भी अब चुनावी ताल ठोकने के लिए तैयार दिख रहे हैं. वार्डो के आरक्षण में अब बदलाव की कोई भी नहीं गुंजाइश के बीच में गोलाघाट वार्ड पिछड़ा महिला के लिए आरक्षित है तो बड़े नेता यहां अपनी पत्नियों पर दाव लगाएंगे. जिसमें सपा के संजय यादव, इश्तियाक अहमद, मणिशंकर शर्मा, अशरफ राइन जैसे दिग्गजों ने अपनी पत्नियों को चुनावी मैदान में उतारने के संकेत दे दिए है.
वहीं, भाजपा ने सभासद मनोज यादव, नन्द लाल चौहान जोर आजमाईश के इरादे साफ कर दिए है. इसके अलावा सुनीता गुप्ता, रंजन गुप्ता, आरती यादव जैसे कई दावेदार भी सामने आ गए है. टिकट की रोचक जंग पुराना रामनगर वार्ड में भी चल रही है. यहां से सभासद संतोष शर्मा, रितेश पाल गौतम, मुन्ना निषाद, संतोष गुप्ता के अलावा सपा दिग्गज जितेंद्र यादव मलिक, श्याम लाल यादव, राजू यादव की टिकट मांग रहे हैं. अनारक्षित होने के चलते रामपुर वर्ड सर्वाधिक दिलचस्प वर्ड बन गया है यहां से चुनाव लड़ने के इच्छुक लोगों की संख्या रिकॉर्ड तोड़ेगी यही उम्मीद जताई जा रही है.