Shaurya News India
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वाराणसी: आपदा जोखिम नियुनीकरण मुहीम के तहत कमान्डेंट मनोज कुमार शर्मा के दिशा-निर्देशन तथा उप कमांडेंट अभिषेक कुमार राय की अगुवाई में 11 एनडीआरएफ वाराणसी की टीम ने आज बनारस रेलवे स्टेशन पर पूर्वोत्तर रेलवे वाराणसी मंडल के अन्य हितधारकों के साथ संयुक्त रूप से रेल दुर्घटना पर एक मेगा मॉक अभ्यास किया.

मॉक एक्सरसाइज के दौरान ट्रेन दुर्घटना पर एक परिदृश्य तैयार किया गया था, जिसमें ट्रेन की एक बोगी में आग लगी थी और कुछ यात्री ट्रेन के डिब्बों के अंदर फंस गए थे। तदनुसार, इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर को घटना के बारे में सूचित किया गया, जिसने एनडीआरएफ के नियंत्रण कक्ष और सभी संबंधित हितधारकों को आपात प्रतिक्रिया के लिए सूचित किया गया। फायर टीम द्वारा आग को बुझाया गया व सतही पीड़ितों को प्रथम उत्तरदाताओं द्वारा सुरक्षित निकाल लिया गया।

इसके अतिरिक्त कुछ लोग अंदर फंसे हुए थे। घटना स्थल पर पहुंचने पर एनडीआरएफ की टीम ने प्रारंभिक आकलन किया और उसके तुरंत बाद टीम द्वारा रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। विभिन्न कटिंग टूल्स एवं  उपकरणों का इस्तेमाल कर ट्रेन के डिब्बों में अनुलंब एवं क्षैतिज कटिंग कर घायलों को बाहर निकाला गया तथा विभिन्न रस्सी बचाव तकनीक के माध्यम से गंभीर रूप से घायलों को सुरक्षित निकाला गया।

मेडिकल एजेंसियों द्वारा प्राथमिक उपचार देने के बाद सभी पीड़ितों को अस्पताल पहुंचाया गया। इस पूरे अभ्यास के दौरान इंसिडेंट रिस्पोंस सिस्टम (IRS) के दिशा-निर्देशों पर जोर दिया गया और इसका पालन किया गया।

इस मॉक अभ्यास को डीआरएम, एडीआरएम की उपस्थिति में आयोजित किया गया। इसके साथ ही आरपीएफ, डीएसओ, एडीएसओ, एआरटी एवं अन्य पूर्वोत्तर रेलवे शाखा के अधिकारी एवं अन्य कर्मचारी, स्वास्थ्य, अग्निशमन सेवा, स्काउट गाइड एवं पुलिस ने भाग लिया.

मनोज कुमार शर्मा कमाडेंट एनडीआरएफ के अनुसार इस मॉक एक्सरसाइज का उद्देश्य सभी हितधारकों के बीच समन्वय बनाना, उपचारात्मक उपाय, संसाधनों की दक्षता की जांच करना और प्रतिकूल स्थिति में बचाव कार्यवाही को परखना था।

इस तरह के मॉक अभ्यास से   किसी भी रेल दुर्घटना में त्वरित कार्यवाही करते हुए सभी एजेंसियां आपसी समन्वय के साथ बहुमूल्य मानव जीवन को बचाने में और अधिक सक्षम होंगे.

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