Shaurya News India
इस खबर को शेयर करें:

वाराणसी: स्वतंत्रता के 75वें वर्ष को "आजादी का अमृत महोत्सव" के रूप में मनाया जा रहा है और उसी कड़ी में 8वां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पुरे भारत वर्ष के 75 एतिहासिक स्थलों पर योग कार्यक्रम द्वारा मनाया जा रहा है। जिसमें 11 एनडीआरएफ वाराणसी के बचावकर्मियों ने कमान्डेंट मनोज कुमार शर्मा की अगुवाई में बड़े उत्साह के साथ नंदेश्वर घाट और गौतम बुद्ध भवन परिसर में योग दिवस मनाया।

इस अभियान के तहत कार्यक्रमों की श्रृंखला में, 11एनडीआरएफ बचाव दल ने निम्नलिखित ऐतिहासिक स्थानों पर भाग लिया:  सांची स्तूप, जिला- रायसेन (म.प्र.), बौद्ध मंदिर, कुशीनगर (यूपी), रेजीडेंसी पार्क, लखनऊ (यूपी)।

इसके अलावा, वाहिनी मुख्यालय गौतम बुद्ध भवन परिसर, वाराणसी में योग कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें सभी कार्मिकों ने भाग लिया।  कुशल प्रशिक्षकों के मार्गदर्शन में बचाव दल ने विभिन्न आसन और प्राणायाम किए।  बचाव दल को दैनिक जीवन में योग के महत्व और लंबे समय तक शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर इसके सकारात्मक प्रभाव के बारे में भी बताया गया।

रोग मुक्त और अनुशासित बनाता है योग : कमान्डेंट मनोज कुमार शर्मा

कमान्डेंट मनोज कुमार शर्मा ने आठवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की सभी को बधाई दी और कहा कि योग मनुष्य को रोग मुक्त और अनुशासित बनाता है । इस वर्ष आठवें ‘अंतरराष्ट्रीय योग दिवस’ की थीम “मानवता के लिए योग” का बृहद पैमाने पर आयोजन किया गया, जिसमें एनडीआरएफ ने भी वाराणसी के विभिन्न स्थलों के साथ-साथ लखनऊ, गोरखपुर, कुशीनगर, भोपाल और रायसेन के एतिहासिक स्थलों पर योगाभ्यास करके जन सहभागिता के रूप में भाग लिया।

बचावकर्मियों के लिए योग व्यायाम तक सीमित नहीं है बल्कि कोरोना जैसी माहामारी और आपदाओं से लड़ने के लिए शारीरिक व मानसिक शक्ति भी प्रदान करता है.

इस खबर को शेयर करें: