वाराणसीः राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग मोर्चा का प्रथम राष्ट्रीय अधिवेशन वाराणसी उत्तरप्रदेश में सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ. इस अधिवेशन में राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग मोर्चा के 22 राज्यों से प्रतिनिधि शामिल हुए. कार्यक्रम में जाति आधारित जनगणना और ओबीसी की जाति आधारित जनगणना संख्या के अनुपात में हिस्सेदारी तथा ओबीसी को ऐट्रोसिटी प्रिवेंशन ऐक्ट लागू कराने की मांग पूरे जोर शोर से उठायी गयी.
कार्यक्रम का उद्घाटन नंदकुमार बघेल (राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिल भारतीय कुर्मी महासभा एवं छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री के पिता)ने किया. कार्यक्रम में अध्यक्षीय सम्बोधन देश के जाने माने बहुजन लीडर वामन मेश्राम ने किया. कार्यक्रम में मुख्य मार्गदर्शक चौधरी विकास पटेल, राष्ट्रीय अध्यक्ष राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग मोर्चा एवं मुख्य अतिथि मां. प्रो.जनार्दन यादव रहे. कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए वामन मेश्राम ने कहा कि देश में पिछड़े वर्ग को अधिकार वंचित किया गया है. मण्डल कमीशन लागू करने में ओबीसी के साथ धोखेबाजी हुई. पिछड़े वर्गों को अपने हक अधिकार के लिए जागृत करना होगा.
उन्होंने कहा कि देश में संविधान और लोकतंत्र को समाप्त करने की शाजिस RSS के द्वारा की जा रही है. उन्होंने कहा इसे बर्दाश्त नहीं किया जायेगा इसलिए 06 अक्टूबर को वे 05 लाख लोगों का मोर्चा लेकर नागपुर RSS हेडक्वार्टर पर जायेंगे. कार्यक्रम के उद्घाटन करते हुए नंदकुमार बघेल जी ने कहा कि देश में पिछड़े वर्ग, किसान, मजदूर महिलाओं का उत्पीडन हो रहा है. उन्होंने कहा कि ओबीसी, एसटी, एससी को एकजुट होकर लड़ाई लड़ना होगा.
राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी विकास पटेल ने कहा कि देश में आजादी के 75 वर्षों में जानवरों की गिनती हुई मगर ओबीसी की गिनती नहीं हुई. उन्होंने कहा कि देश में एक ओबीसी प्रधानमंत्री होने के बावजूद ओबीसी की गिनती न होना दुर्भाग्यपूर्ण है और यह ओबीसी के साथ धोखेबाजी है. उन्होंने कहा कि इस धोखेबाजी के विरोध में तथा जाति आधारित जनगणना तथा संख्या के अनुपात में हिस्सेदारी की मांग को लेकर 06 अक्टूबर को वामन मेश्राम द्वारा घोषित RSS हेडक्वार्टर घेरों आंदोलन में राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग मोर्चा लाखों की संख्या लेकर शामिल होगा. इसके साथ ही साथ 28 नवंबर को भारत बंद भी किया जायेगा.
रिपोर्ट- अनंत कुमार