चन्दौली। रोशनी पास थी फिर भी अंधेरे में था कृष्णा का जीवन लेकिन काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रों द्वारा स्थापित स्वयं सेवी संगठन मातृभूमि सेवा ट्रस्ट की पहल पर देश के जाने माने नेत्र चिकित्सक डा.आर.के ओझा सर की महान उदारता के जन्म से कृष्णा के जीवन में हुवा उजाला,आज के ठीक एक वर्ष पहले अमर ज्योति मिशनरी के 27 बच्चों का किया गया था मेडिकल चेकप, जिसमे .दृष्टि बाधित कृष्णा का निःशुल्क हुवा था आपरेशन,डा.मानसी ओझा के नेतृत्व में आपरेशन बेहद सफल रहा परन्तु दृष्टि वापस आने के बाद भी इस जन्मांध बच्चे को संयोजन के अभाव में एक वर्ष तक दृष्टि बाधित बच्चों के साथ ही रहना पड़ा।डा.मानसी ओजा के अनुसार कृष्णा को अलग माहौल देना चाहिए। इसके लिए सभी जांच पूर्ण कर लिया गया है।अब कृष्णा के लिए काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र रहे उपजिलाधिकारी सकलडीहा मनोज पाठक ने पहल की है। उन्होंने आर.के नेत्रालय में डाक्टरों की टीम से विडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए बात करने के बाद कृष्णा और उसकी मां से बात की और कहा कि कृष्णा के पढ़ने की व्यवस्था हम करेंगे
आज के एकदम से भावुक एवं नि: शब्द कर देने वाले कार्यक्रम में उपस्थित सभी सम्मानितजनो ने डा.आर.के ओझा सर का हृदय से आभार व्यक्त किया,कार्यक्रम का संचालन मातृभूमि सेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष संजय कुमार सिंह और आभार डिप्टी डायरेक्टर मिथिलेश पाण्डेय ने किया।