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चिकित्सा सेवा जो की कभी मानवता की सेवा के लिए समर्पित थी, उसका किस प्रकार पतन हुआ ये की मरीजों की जान बचाने वाला डॉक्टर ही मरीज की जान के लिए खतरा बन गयाl

ये बानगी वाराणसी शहर के मध्य मे स्तिथ अग्रिम हॉस्पिटल, रविंद्र पुरी एक्सटेंशन, भेलुपुर का हैँ, जहाँ पर सुन्दर पुर निवासी भैरों राम यादव की तबियत ख़राब होने की वजह से एक सप्ताह पहले ICCU मे भर्ती किया गया थाl

दो दिन पहले मरीज को प्राइवेट वार्ड मे शिफ्ट किया गया थाl जिस वार्ड का एक दिन का किराया 7000 रुपया हैँlकल रात को मरीज की तबियत ख़राब होने पर परिजन ऑन ड्यूटी डॉक्टर और स्टाफ को बुलाने गए परन्तु पूरी रात कोई भी मरीज को देखने नहीं आया l मरीज की हालत ख़राब होती गईl

जब मरीज के परिजन कई बार बुलाने के लिए गए तो ऑन ड्यूटी डॉक्टर और स्टाफ ने बदसलूकी  कियाl सुबह में ICCU वार्डन डॉ उदय  ने मरीज को देखने के बाद बोला की मरीज ठीक हैँ, परन्तु सीनियर डॉक्टर ने आने के बाद मरीज की हालत को देखते हुए दुबारा ICCU मे शिफ्ट कियाl

यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण हैँ कि हॉस्पिटल मे उपस्थित डॉक्टर और स्टाफ के कारण मरीज की जान पर बन आयी हैँl ये हॉस्पिटल प्रधानमंत्री कार्यालय के पास स्तिथ हैँ और ये तब हो रहा हैँ, जब सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने मे लगी हैँ परन्तु कतिपय हॉस्पिटल की वजह से ये सेवा न होकर मरीजों के दोहन का स्थान बन गए हैँl इस सम्पूर्ण प्रकरण क़ी जानकारी मरीज के परिजनों द्वारा हॉस्पिटल के डायरेक्टर को क़ी गयी हैँl

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