अम्बेडकर नगरः तहसील आलापुर क्षेत्र में आयुर्वेद को लेकर कई लोगों की यही धारणा है कि उससे इलाज करने में एक लंबा समय लगता है. आपको बता दें कि जिले विकास खण्ड़ रामनगर अन्तर्गत ग्राम कटारगढ़ आयुर्वेदाचार्य अरविन्द द्विवेदी निवासी हैं. आयुर्वेद डाक्टर अरविन्द द्विवेदी ने बताया कि हम घर पर आयुर्वेद की पढ़ाई है. आयुर्वेदिक डॉक्टर अरविंद द्विवेदी 28 वर्ष से घर पर ही दवाओं का बनाना मरीजों को दवा से इलाज करना. आयुर्वेदिक दवा इलाज कर मरीजों को ठीक किया है. आयुर्वेदिक दवा चला कर मरीजों की बीमारी जड़ से खत्म हो जाती है. आयुर्वेदिक दवा से मरीजों की दवा का इलाज करते हैं और हम निशुल्क में ही दवा मरीजों को इलाज करते हैं.
खुद ही बना रहे हैं दवाएं वैद्य कहते हैं हम चाहते हैं कि लोग हमारी पुरानी पद्धतियों को समझें और उनके महत्व को जानें. हम स्वरस, चूर्ण पाउडर, तेल और तमाम आयुर्वेद की कलापनाओ को स्वयं ही बना रहे हैं. लाइफ स्टाइल डिसऑर्डर, बीपी, शुगर, कार्डियक अरेस्ट, आर्थराइटिस बुखार आदि जैसी बीमारियों का इलाज कर रहे हैं. आप लोगों के गांव में आस पास बाग में ही जड़ी बूटियां से सीधा संपर्क है और इसलिए तमाम तरह की औषधियां बना पा रहे हैं.
जैसे चतुर्मुख रस एकांगबीर रस वंग भस्म मुस्ताक रिष्ट सब बिन्दु तेल पंचकर्म की बनाने के लिए एरंड, धतूरा, निर्गुंडी, एलोवेरा और अन्य औषधियों का इस्तमाल किया गया है. साथ ही ज्यादा से ज्यादा लोग इससे जुड़े ताकि बीमारियों का इलाज उनको सतह से नहीं बल्कि जड़ से मिटाने में हो सके सफल.
वहीं, ग्राम पंचायत नसीरपुर पीपरपुर गांव में मरीज रूपनारायण मिश्र आयु लगभग 80 है ने बताया कि हमारे शरीर में कंपन लगभग 18 वर्ष से है चलने फिरने बैठने में असमर्थ है. सरकारी अस्पताल व प्राइवेट अस्पताल से शरीर में कंपन की दवा का इलाज करवाया लेकिन कोई लाभ नहीं मिला. अरुण मिश्र ने कहा कि आयुर्वेदिक दवा 1 हफ्ते से बिमार पिता की दवा चल रही है जिससे शरीर में कंपन में कुछ सुधार है.
रिपोर्ट- पंकज