चंदौलीः स्वास्थ्य सेवाएं इस कदर बदहाल हैं कि मोबाइल की टॉर्च की रोशनी में अस्पताल के डॉक्टर इलाज कर रहे हैं. घायलों को अंधेरे में ही इलाज कराने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है. अस्पताल में यह लापरवाही लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है. उत्तर प्रदेश सरकार स्वास्थ्य विभाग में कमी को सही करने की लाख कोशिश कर रही हो. लेकिन, चंदौली में स्वास्थ्य विभाग की तस्वीर बदलती नहीं दिखाई दे रही ताजा मामला जनपद के शहाबगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का है. यहां पर घायलों का इलाज और जांच अंधेरे में मोबाइल की टॉर्च की रोशनी में किया जा रहा है.
वहीं, पीएचसी पर तैनात मुख्य चिकित्साधिकारी से कारण पूछा गया तो उन्होने कहा सोलर पैनल में कही से फाल्ट आ गया है मिस्त्री बुलाए गए है जल्द ही बनवा दिया जायेगा. वही जनरेटर के बारे में पूछने पर उनके द्वारा कहा गया अभी बिगड़े हुए पंद्रह मिनट ही हुवा है जनरेटर चालू करा दिया जा रहा है.
मरीजों का कहना है सुबह,10 :00बजे से हम लोग परेशान है लाइट नहीं है जांच नहीं हो पायेगी. ऐसा कहकर टाल दिया जा रहा है. मिडिया कर्मियों को देख कर आनन फानन में जनरेटर चालू कर सेवाएं शुरू की गई.