वाराणसी: भारतीय स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत बनारस रेल इंजन कारखाना में दिनांक 01 से 14 अगस्त 2022 तक विभिन्न देशभक्ति कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इस अवसर पर आज फोटो प्रदर्शनी का शुभारंभ, पत्रकार वार्ता एवं बरेका निर्मित 6000 अश्व शक्ति विद्युत रेल इंजन WAG9HC “अमृत शक्ति” को महाप्रबंधक सुश्री अंजली गोयल द्वारा राष्ट्र को समर्पित कर स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धंजलि दी।
आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत बरेका स्थित सूर्य सरोवर परिसर में फोटो प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है। इस फोटो प्रदर्शनी का शुभारंभ मंत्रोच्चारण के बीच महाप्रबंधक सुश्री अंजली गोयल द्वारा दीप प्रज्जवलन एवं फीता काटकर किया गया। भारत की आजादी के 75 साल की संस्कृति और उपलब्धियों के गौरवशाली इतिहास को मनाने के लिए बरेका ने इस फोटो प्रदर्शनी के माध्यम से अपने स्थापना काल से लेकर अब तक की गौरवपूर्ण विकास गाथा को छायाचित्रों के माध्यम से दिखाया है ।
इसमें अब तक आयोजित महत्वपूर्ण अवसरों पर ली गयी फाटो को प्रदर्शित किया गया है। साथ ही WAP7 एवं WAG9 रनिंग लोको मॉडल को भी प्रदर्शित किया गया है । दर्शकों की भारी भीड़ इस प्रदर्शनी को देखने के लिए आ रही है । इस अवसर पर संक्षिप्त सांस्कृतिक कार्यक्रम के तहत दुर्गा स्तूति, शिवांसी फिटनेस जोन के बिंदु सिंह के निदेर्शन में उत्साह से भरा नारी सशक्तिकरण एवं देशभक्ति नृत्य की प्रस्तुति की गयी, जिसकी सभी दर्शकों ने सरहाना की।
महाप्रबंधक सुश्री अंजली गोयल ने सूर्य सरोवर परिसर में प्रेस व मीडिया को संबोधित करते हुए बरेका के लोको उत्पादन गतिविधियों अन्य कार्यकलापों एवं चल रही परियोजनाओं, भविष्य की योजनाओं को विस्तार पूर्वक बताया।
विदित हो कि बनारस रेलइंजन कारख़ाना का शिलान्यास 23 अप्रैल 1956 को भारत के प्रथम राष्ट्रपति स्व. डॉ राजेन्द्र प्रसाद द्वारा किया गया। प्रथम ब्राडगेज रेलइंजन डबल्यूडीएम-2 का शुभारंभ 03 जनवरी 1964 को श्री एच.सी. दासप्पा, रेलमंत्री की उपस्थिति में श्री लाल बहादुर शास्त्री ने किया। बनारस रेलइंजन कारख़ाना न सिर्फ भारतीय रेल की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए रेलइंजन का निर्माण कर देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत कर रहा है, बल्कि घरेलू एवं विदेशी गैर रेलवे ग्राहकों के लिए भी रेलइंजन का निर्माण कर रहा है। बनारस रेल इंजन कारख़ाना ने पहला निर्यात रेलइंजन तंजानिया के लिए मार्च 1976 में बनाया और इसके बाद से विभिन्न गैर रेलवे ग्राहकों को 630 रेलइंजनों की आपूर्ति की गई। इसमें तंजानिया, वियतनाम, श्रीलंका, बांग्लादेश, म्यांमार, सेनेगल, सूडान, अंगोला, माली, मोज़ाम्बिक एवं मलेशिया जैसे देशों को निर्यात किए गए 171 रेलइंजन शामिल हैं।
साथ ही, आज न्यू लोको टेस्ट शॉप में आयोजित समारोह में महाप्रबन्धक सुश्री अंजली गोयल द्वारा बरेका निर्मित 6000 अश्व शक्ति विद्युत रेल इंजन WAG9HC “अमृत शक्ति” शहीदों क्रांतिकारियों स्वतंत्रता सेनानियों एवं भारत के वीर सैनिकों को समर्पित किया गया । बरेका निर्मित यह विद्युत रेल इंजन WAG9HC “अमृत शक्ति” न केवल भारत को अपनी विकासवादी यात्रा लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी बल्कि गौरवशाली इतिहास को मनाने के लिए स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़े "आज़ादी का अमृत महोत्सव को समर्पित होगी। 6000 अश्व शक्ति WAG9HC विद्युत लोको “अमृत शक्ति” दक्षिण रेलवे के अजनी यार्ड को भेजा गया है ।
इस अवसर पर बरेका के प्रमुख मुख्य यांत्रिक इंजीनियर श्री अमिताभ, प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त श्री आर.एस.चौहान, प्रमुख मुख्य कार्मिक अधिकारी श्री प्रदीप कुमार सिंह, प्रमुख मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. देवेश कुमार, प्रधान वित्त सलाहकार श्री अमर कुमार सिन्हा, प्रमुख मुख्य इंजीनियर हीरेन्द्र सिंह राना, मुख्य सामग्री प्रबंधक श्री एस.के. साहा, वरिष्ठ उप महाप्रबंधक एवं मुख्य जन सम्पर्क अधिकारी श्री विजय, जन सम्पर्क अधिकारी श्री राजेश कुमार, महिला कल्याण संगठन की पदाधिकारी एवं सदस्या तथा प्रेस व मीडिया के प्रतिनिधिगण के साथ ही कर्मचारी परिषद के संयुक्त सचिव श्री धर्मेंद्र सिंह एवं अन्य सदस्य, ओ.बी.सी. एवं एस.सी एस.टी. के सदस्यगण के साथ ही काफी संख्या में दर्शकगण उपस्थित थे.
रिपोर्ट- अनंत कुमार