Shaurya News India
इस खबर को शेयर करें:

वाराणसी: बनारस रेल इंजन कारखाना, वाराणसी के राजभाषा विभाग द्वारा आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत 5 अगस्त को प्राविधिक प्रशिक्षण केंद्र के सभागार में "कविता : राष्ट्र के नाम" का आयोजन किया गया.

कविता सामाजिक चेतना का एक ऐसा पहलू है, जो समाज की दशा और दिशा बदलने की क्षमता रखता है। स्वतंत्रता आंदोलन में क्रांतिकारी कविताओं ने अहम भूमिका निभाई थीं। उनमें से कुछ चुनिंदा कविताओं को आज बरेकाकर्मी कवियों ने प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया.


जयशंकर प्रसाद की हिमाद्रि तुंग श्रृंग से प्रबुद्ध शुद्ध भारती, रामधारी सिंह 'दिनकर' की कलम आज उनकी जय बोल, सुमित्रानंदन पंत की ज्योति भूमि जय भारत देश, अशफाक उल्ला खाँ की कुछ करके दिखाएंगे, राम प्रसाद बिस्मिल की सरफरोशी की तमन्ना, माखनलाल चतुर्वेदी की पुष्प की अभिलाषा, मैथिलीशरण गुप्त की भारत माता, जगदंबा प्रसाद मिश्रा 'हितैषी' की शहीदों की चिताओं पर, सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला' की भारति वंदन, जयशंकर प्रसाद की अरुण यह मधुमय देश हमारा और श्याम लाल गुप्ता 'पार्षद' की विजयी विश्व तिरंगा प्यारा को बड़े ही सधे अंदाज में प्रस्तुत किया गया.


बरेका के डॉ. शशिकांत शर्मा, एखलाक हुसैन खान 'अखलाक भारतीय", करुणा सिंह, मनीष कुमार, आलोक सिंह 'बेताब', ओमप्रकाश 'चंचल', नवल किशोर गुप्त, विकास पाण्डेय “विदीप्त” एवं अमलेश श्रीवास्तव 'शेष' ने इन कविताओं के साथ-साथ अपनी मौलिक देशभक्ति रचनाएं भी प्रस्तुत कीं।

आरंभ में अतिथियों द्वारा मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन से कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। श्रीमती करुणा सिंह ने माँ सरस्वती की वंदना-आराधना प्रस्तुत किया। जन संपर्क अधिकारी राजेश कुमार ने अतिथियों और अभ्यागतों का स्वागत किया।


कार्यक्रम में प्रमुख मुख्य यांत्रिक इंजीनियर श्री अमिताभ , मुख्य राजभाषा अधिकारी व मुख्य विद्युत इंजीनियर (निरीक्षण) अनंत सदाशिव एवं प्राचार्य प्राविधिक प्रशिक्षण केंद्र श्री राम जन्म चौबे मुख्य रूप से उपस्थित रहे I  प्रमुख मुख्य यांत्रिक इंजीनियर श्री अमिताभ , मुख्य राजभाषा अधिकारी व मुख्य विद्युत इंजीनियर (निरीक्षण) अनंत सदाशिव ने कवियों का उत्तरीय भेंटकर अभिनंदन किया।



काव्य पाठ के उपरांत बरेका के प्रमुख मुख्य यांत्रिक इंजीनियर अमिताभ ने अपने संबोधन में कार्यक्रम के आयोजन की सराहना करते हुए कवियों और आयोजकों को साधुवाद दिया। मुख्य राजभाषा अधिकारी अनंत सदाशिव ने आजादी के अमृत महोत्सव के परिपेक्ष में इस आयोजन की प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला। वरिष्ठ राजभाषा अधिकारी डॉ. संजय कुमार सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन अमलेश श्रीवास्तव ने किया। समवेत स्वर में राष्ट्र-गान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ.

         

इस खबर को शेयर करें: