चंदौलीः दिनांक 17.08.2023 को ग्राम सोगाई स्थित नाले में मिली एक अज्ञात महिला की लाश के सम्बन्ध में थाना स्थानीय पर पंजीकृत के सफल अनावरण करते हुए सैयदराजा प्रभारी निरीक्षक संतोष कुमार सिंह के कुशल नेतृत्व में गठित टीम में शामिल निरीक्षक श्रीकान्त पाण्डेय, उ0नि0 जमीलुद्दीन खान, हे0का0 धर्मेन्द्र कुमार, का0 सुधांशु यादव, का0 अजय पटेल, की मदद से विवेचना व साक्ष्य संकलन से प्रकाश में आये वांछित आरोपीगण की तलाश मे पुलिस टीम कस्बा सैयदराजा मे मौजूद थी कि मुखबिर खास की इस सूचना पर कि “साहब आपके थाना क्षेत्र में जो जघन्य हत्या की घटना हुई थी। जिसमें लाश को बोरे मे भरकर नाले मे फेंक दिया गया था उसके अभियुक्तगण चन्द्रशेखर व राकेश विश्वकर्मा इस समय भतीजा मोड़ अंडर पास के उस पार मौजूद हैं। जो कहीं बाहर भागने की फिराक में हैं। यदि जल्दी करें तो पकड़े जा सकते हैं।” इस सूचना पर पुलिस बल द्वारा तत्काल उस स्थान पर पहुंच घेराव/दबिश देते हुए पकड़ने का प्रयास किया कि पुलिस टीम को देखकर भागना चाहे कि आवश्यक बल प्रयोग कर दोनों व्यक्तियों को भतीजा रोड अंडर पास के उसपार स्थित सड़क के पास से पकड़ लिया गया। नाम पता पूछा गया तो एक ने अपना नाम चन्द्रशेखर व दूसरे ने अपना नाम राकेश विश्वकर्मा बताया। पकड़े गए आरोपीगण को कारण गिरफ्तारी बताते हुए समय करीब 08.01 बजे हिरासत पुलिस में लिया गया तथा आवश्यक विधिक कार्यवाही की जा रही है।
पूछताछ विवरण (घटना का विवरण) -
अभियुक्त चन्द्रशेखर द्वारा बताया गया कि साहब “मृतका बबिता मेरी पत्नी थी उससे मैं काफी परेशान हो गया था। उसने मेरे व मेरे घर वालों के खिलाफ दो मुकदमे दहेज के लिखवा दिया था। किसी तरह मुकदमे मे सुलह करके मुम्बई ले गया था। तब भी उसके बर्ताव मे बदलाव नही आया तो मै अपने साथी राकेश विश्वकर्मा के साथ जान से मारने का प्लान बनाया और दिनांक 11.08.2023 को मुम्बई से बबिता व अपनी बेटी रितिका तथा मेरा दोस्त राकेश विश्वकर्मा को साथ लेकर चन्दौली अपने घर आया और 12.08.2023 की रात्रि मे ही बबिता से कहासुनी हुई तब मैं गुस्से मे आकर बबिता को गिराकर गला दबाया और जब ज्यादा छटपटाने लगी तो राकेश ने उसका पैर पकड़कर दबाये रखा और जब बबिता मर गयी तो लाश को बोरे मे भरकर गांव के बाहर स्थित नाले मे फेंक दिया।
दूसरे अभियुक्त राकेश से जब पूछताछ की गई तो बताया साहब मैं गोरखपुर का रहने वाला हूं मुम्बई मे रहकर लोहे की फैक्ट्री मे नौकरी करता हूँ। वहीं पर मेरी मुलाकात चन्द्रशेखर से हुई थी। मैं चन्द्रशेखर को चार-पांच साल से जानता हूं।पिछले महीने चन्द्रशेखर अपनी पत्नी बबिता व बेटी रितिका को लेकर मुम्बई गया था और काफी परेशान रहता था। तब सारी बातें मुझे बताई और मारने का प्लान बनाया। मैं भी चन्द्रशेखर व उसके पत्नी बबिता व बेटी गुड़िया के साथ दिनांक 11.08.2023 को मुम्बई से चन्दौली के लिये चला था और दिनांक 12.08.2023 की रात्रि मे चन्द्रशेखर के घर ग्राम सोगाई आ गया घर आने के बाद बबिता व चन्द्रशेखर मे कहासुनी हुई तो चन्द्रशेखर ने बबिता को गिराकर उसका गला दबा दिया। जब वह छटपटाने लगी तो मैं उसका पैर दबा दिया। बबिता की हम दोनों ने मिलकर हत्या कर दी तथा लाश को एक बोरे मे भरकर गांव के बाहर स्थित नाले मे फेंक दिया था।
रिपोर्ट- जयशंकर तिवारी