मुंबईः जैसे-जैसे सावन का महीना खत्म हो रहा है, वैसे-वैसे कजरी गायिका पूनम विश्वकर्मा गाने से देश भर में कजरीमय बनाती जा रही हैं. उन्होंने शंकर भगवान के सबसे प्रिय महीने सावन और उनके सबसे प्रिय दिन सोमवार को कजरी गाने का सिलसिला शुरू किया है. पूनम विश्वकर्मा अपने कजरी कार्यक्रम को फेसबुक पर लाइव करती हैं, जिससे पूरी दुनिया से हजारों की संख्या में लोग कजरी का आनंद लेते हैं.
इसी क्रम में सावन के दूसरे सोमवार को भी उन्होंने अपनी गाने को मुंबई से देश-विदेश में बैठे कजरी प्रेमियों का भरपूर मनोरंजन किया. पहले सोमवार को जहां उनका साथ दिया था. उनके गुरु शास्त्रीय संगीत के महारथी और कजरी विधा के मर्मज्ञ गोसाईं घराने के सरताज डॉ. पं. श्यामरंग शुक्ला ने इस बार पूनम के साथ कजरी गाया.
पूर्वांचल के सुमधुर गायक सोनू सिंह सुरीला ने. दोनों ने मिलकर ऐसा समां बांधा कि एक घंटे का कार्यक्रम दो घंटे तक जारी रहा. कांदिवली पश्चिम के गौरव गार्डन इलाके में हुए कजरी प्रोग्राम में लोगों को पूनम विश्वकर्मा से कई गाने तो सुनने को मिली ही साथ ही मुंबई से बाहर बैठे लोगों ने फेसबुक लाइव के जरिए इस कार्यक्रम का आनंद लिया.
प्रोग्राम से उत्साहित पूनम ने कहा कि कजरी प्रेमियों के लिए आगे भी कजरी पेश करेंगी. कार्यक्रम के समापन में पूनम ने कई स्वरचित कजरी भी पेश की. कजरी के बीच पूनम ने सोनू के साथ कवन दिशा में ले के चला ले बटोहिया गाना गाया.
बृहस्पतिवार को पूनम की स्वरचित कजरी ‘घिरि-घिरि बरसता चारो ओर बदरा, पिया हम जल बिन मछली ना, सुन परदेसी जहजिया से आव, तब होई पूनम की कजरी ना.‘ रिलीज हो रही है.
कजरी प्रोग्राम में ढोलक पर धरमवीर सरोज और कीबोर्ड पर मुकेश विश्वकर्मा, पूनम, सुरीला को संगत दी. संजीव विश्वकर्मा ने सभी अतिथियों का स्वागत किया.